New CM of Chhattisgarh: 'बगिया' में लगा अफसरों का जमावड़ा, बनने लगा हलिपेड... पुलिस डाग के साथ पहुंचा सुरक्षा दस्ता

New CM of Chhattisgarh: बगिया में लगा अफसरों का जमावड़ा, बनने लगा हलिपेड... पुलिस डाग के साथ पहुंचा सुरक्षा दस्ता
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जितेंद्र सोनी-जशपुर। छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृहग्राम बगिया निवास स्थान में हेलिपैड के लिए स्थल का नापजोख किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल सहित आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृहग्राम में सुरक्षा बढ़ाया जा रहा है।


नवनियुक्त मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी 1964 को जशपुर जिले के कांसाबेल तहसील के ग्राम बगिया में हुआ था। विष्णुदेव साय के पिता स्वर्गीय राम प्रसाद साय और माता जसमनी देवी हैं। श्री साय का विवाह 27 मई 1991 को कौशल्या साय से हुआ। उनका एक बेटा और दो बेटियां हैं। बात करें उनके प्रारंभिक शिक्षा की तो उन्होंने पांचवी तक की शिक्षा अपने गांव में ही ग्रहण की है। इसके बाद हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा लोयोला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुनकुरी में सम्पन्न हुई।

पंच से प्रदेश के मुखिया के पद तक ऐसे पूरा किया सफर

विष्णुदेव साय का राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 में ग्राम पंचायत बगिया के पंच चुने जाने के बाद से हुई। 1990 में ग्राम पंचायत बगिया के निर्विरोध सरपंच बने। 1998 में मध्यप्रदेश विधानसभा तपकरा से विधानसभा विधायक चुने गए। 1999 में 13वीं लोकसभा सदस्य के रूप में रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुने गए। 2004 में 14वीं लोकसभा में फिर से रायगढ़ संसदीय सीट से सांसद चुने गए। 2006 में प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी चुने गए। 2009 में15वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ संसदीय सीट से लोकसभा के सांसद चुने गए। 2011 में भारतीय जनता पार्टी के फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। 2014 में 16वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में रायगढ़ संसदीय सीट से लोकसभा के सांसद चुने गए। 27 मई 2014 से 2019 तक केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात, खान, श्रम और रोजगार मंत्रालय रहे। 2020 से 2022 तक प्रदेश अध्यक्ष भारतीय के फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। 2 दिसंबर 2022 को भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारणी में विशेष आमंत्रित सदस्य चुने गए। 8 जुलाई 2023 को राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य नामित किए गए और 3 दिसंबर को घोषित हुए विधानसभा चुनाव में कुनकुरी सुरक्षित सीट से विधायक चुने गए। 10 दिसंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के विधायक दल ने उन्हें अपना नेता चुना और प्रदेश के अगले और प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए।

विष्णुदेव साय के पिता स्व. नरहरि प्रसाद भी जुड़े थे संघ से

श्री विष्णुदेव साय ने पारिवारिक पृष्ठभूमि के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि, मैं स्वयं कृषक परिवार से हूं। जनसंघ के समय मेरे बड़े पिता जी स्वर्गीय नरहरि प्रसाद साय सन् 1962 से 1967 तक विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा के विधायक थे। सन् 1972 से 1977 तक लोकसभा के सांसद और जनता दल सरकार में केंद्रीय संचार राज्य मंत्री भारत सरकार रहे। विष्णु देव साय कहते हैं कि, बड़े पिताजी स्वर्गीय केदारनाथ साय जनसंघ के समय सन् 1967 से 1972 तक विधायक रहे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा क्षेत्र तपकरा का प्रतिनिधित्व किया और दादाजी सरदार स्वर्गीय बुधनाथ साय 1947 से 1952 तक क्षेत्र से विधायक मनोनीत हुए थे।


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