2023 में दिखेगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का असर, चार साल में पूरा होगा स्नातक पाठ्यक्रम, जानिए क्या-क्या होगा बदलाव?

विद्यालयीन और महाविद्यालयीन शिक्षा में नए साल 2023 में बड़े बदलावों से छात्रों का सामना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का व्यापक प्रभाव इस बार स्कूलों-कॉलेजों पर दिखेगा। महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम का फॉर्मूला लागू किए जाने की तैयारी है। इसके लिए पाठ्यक्रम भी तैयार हो रहे हैं। राजधानी के तीन ऑटोनॉमस महाविद्यालय साइंस कॉलेज, छग कॉलेज और डिग्री गर्ल्स कॉलेज में इसे पहले ही पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जा चुका है।
तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत 1200 करोड़ की स्वामी आत्मानंद आईटीआई योजना की शुरुआत होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत इंजीनियरिंग छात्रों को ह्यूमिलिटिज के विषय भी चुनने की छूट मिलेगी। एनआईटी छात्रों को यह सुविधा वर्तमान में मिल रही है। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विवि के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में अध्ययनरत इंजीनियरिंग छात्रों को भी नॉन ब्रांच के विषय चुनने की आजादी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के बाद मिलेगी।
पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव, थ्योरी की जगह प्रैक्टिकल पर फोकस
महाविद्यालयीन पाठ्यक्रमों के चार वर्षीय होने के साथ ही इसके पैटर्न में भी बदलाव होगा। छात्रों को वार्षिक परीक्षा के स्थान पर सेमेस्टर सिस्टम से परीक्षाएं दिलानी होंगी। यदि छात्र पढ़ाई बीच में छोड़ते हैं, तब भी उन्हें वर्ष के आधार पर डिप्लाेमा, सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। विशेष बात ये है कि पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक चीजों के स्थान पर प्रायोगिक कार्य पर फोकस किया जाएगा, ताकि व्यवसाय में छात्रों को मदद मिल सके। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कमेटी 2022 में ही बनाई जा चुकी है।
12 हजार शिक्षकों की भर्ती
स्कूली शिक्षा के लिए नया साल महत्वपूर्ण रहने वाला है। प्रदेश में 400 नए स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले जाएंगे। ये स्कूल हर जिले में खोले जाएंगे। स्कूलों को स्वामी आत्मानंद योजना के अंतर्गत लाए जाने के साथ ही यहां स्मार्ट क्लासरूम से लेकर अन्य सभी तरह की सुविधाएं छात्रों को निजी स्कूल की तर्ज पर मिलेंगी। 6 हजार नई बालवाड़ी भी खोली जाएंगी। इसके अलावा 12 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। न सिर्फ स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति सुधरेगी, बल्कि युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। भर्ती के लिए विज्ञापन 2022 अक्टूबर-नवंबर में जारी होने की संभावना थी, लेकिन आरक्षण संबंधित विवाद के कारण यह नहीं हो सका। ऐसे में 2023 में इन पदों पर भर्ती की उम्मीदें हैं।
व्यापम और पीएससी करेगा इन पदों पर भर्ती
नर्स व चिकित्सक भर्ती- 3500 पद
होमगार्ड भर्ती परीक्षा - 1600 पद
आयुष विभाग के पद - 1431 पद
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा - 1000 पद
फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा - 600 पद
महिला पर्यवेक्षक - 300 पद
राज्य सेवा परीक्षा 2022 - 210 पद
संयुक्त भर्ती परीक्षा 2022- 200 पद
फिशरीज ऑफिसर - 150 पद
सहायक वेटनरी अधिकारी - 150 पद
रेंजर, एसडीओ, एसीएफ भर्ती परीक्षा -70 पद
व्यवहार न्यायाधीश परीक्षा - 48 पद
खादी ग्रामोद्योग भर्ती परीक्षा - 40 पद
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