अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकृत : विपक्ष ने छोड़े तीखे तीर, मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा- हमने गढ़े नए आयाम

अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकृत :  विपक्ष ने छोड़े तीखे तीर, मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा- हमने गढ़े नए आयाम
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वह अविश्वास करे। सत्तापक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखें। उन्होंने 109 आरोप लगाए, पर कोई तथ्य नहीं दिए। विपक्ष को इतना अकाल पड़ गया कि तथ्य भी नहीं डाल सके। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वह अविश्वास करे। सत्तापक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखें। उन्होंने 109 आरोप लगाए, पर कोई तथ्य नहीं दिए। विपक्ष को इतना अकाल पड़ गया कि तथ्य भी नहीं डाल सके। ऐसा लगता है, नेता प्रतिपक्ष से विपक्ष का विश्वास उठ गया है। जब अविश्वास प्रस्ताव पर आता था, तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी। इस बार सदस्यों ने इसकी बात नहीं रखी, ये हमारी उपलब्धि है। आप इंद्रावती के उस पार गए, क्या ये संभव था, ये इसलिए हुआ कि इस समस्या पर काम हुआ। उन्होंने कहा, विपक्षी साथियों ने जितने तीखे हमले किए, उनका सत्तापक्ष के सदस्यों और मंत्रियों ने शालीनता से जवाब दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, अभी भेंट मुलाकात में बस्तर में रात रुका, सभी से मिला। जो सबसे " बड़ा कमेंट मिला, जिसने मेरे दिल को छू लिया। जैन समाज के लोगों से मैंने पूछा कि इन चार सालों में क्या फर्क आया। उन्होंने कहा, रिश्ता करने में बस्तर में अब दिक्कत नहीं है। आसानी से लोग रिश्ता दे देते हैं, क्योंकि बस्तर बदल गया है। पहले बस्तर में सड़कें काट दी जाती थीं। आज सड़कें काटी नहीं जातीं, ये परिवर्तन बस्तर में देखने को मिला है। पिछली सरकार ने जो स्कूल बंद करा दिए थे, उसे हमने आरंभ कर दिया। राशन पहुंचाना भी पहले टेढ़ी खीर थी। अब कितना आसान हो गया है। ये बदलाव आया है। पांच साल में आया ये परिवर्तन : पांच साल में आए परिवर्तन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, जिले 33 हो गए। तहसीलें भी बढ़ गईं। प्रति व्यक्ति आय बढ़ गई । धान खरीदी 56 लाख से 110 मीट्रिक टन हो गई। रकबा भी बढ़ गया । धान खरीदी केंद्र 2400 हो गए।

राजीव गांधी न्याय योजना, भूमिहीन श्रमिक योजना, गोधन न्याय योजना हमने आरंभ की। 10 हजार से अधिक गोठान बनाए । उर्जिकृत पंप 4 लाख हो गए। एकल बत्ती कनेक्शन 15 लाख से 17 लाख हो गए। आपके समय तो 105 करोड़ रुपए का ऋण माफ हुआ था, हमने तो 9500 सौ करोड़ का ऋण माफ किया है। केसीसी आपके समय में 14 लाख था, अब बढ़कर 21 लाख हो गए। 245 करोड़ का गोबर खरीदा, 291 करोड़ की सामग्री बेची, घाटे का सौदा नहीं है। अब ऐसे स्कूल नहीं चल रहे, जो गुणवत्ता नहीं देते अब ऐसे स्कूल नहीं चल रहे, जो गुणवत्ता नहीं देते मुख्यमंत्री ने कहा, बस्तर हो, सरगुजा हो, मानपुर हो, दो मांगें मुझसे हुई। एक बैंक की और दूसरी स्वामी आत्मानंद स्कूलों की। पुजारी स्कूल किसने बनाया था, हमारे पुरखों ने। आरडी तिवारी स्कूल में पहले 56 बच्चे पढ़ रहे थे। अब हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। अब ऐसे स्कूल नहीं चल रहे, जो गुणवत्ता नहीं देते। लोग स्वामी आत्मानंद स्कूल में अपने बच्चों को प्रवेश दिला रहे हैं। बस्तर के बच्चों को शिक्षित कर दीजिए, सुपोषित कर दीजिए, वे अपनी जिंदगी स्वयं संवार लेंगे।

प्रदेश के किसान खुशहाल

20 हजार करोड़ रुपए की इनपुट सब्सिडी हमने किसानों को दी। हमारे प्रदेश के किसान बहुत खुशहाल हैं। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लेकर जब हम निकले, कितनी बाधाएं आईं। कोरोना आया। सबकी मदद से हमने अपना संकल्प पूरा किया। सबने इसके लिए सहयोग किया।

मुझे दुःख है, सरकार में रहते हुए भी जांच नहीं हो सकी

मुख्यमंत्री ने कहा, झीरम मामले में भाजपा बताए, गुड्सा उसेंडी और रमन्ना का नाम एनआईए ने क्यों हटाया । हमने ये भी सुना है कि गुड्सा उसेंडी के बच्चों को सरकारी नौकरी दी गई हैकिसके कहने पर क्यों झीरम के दोषियों को संरक्षण दिया गया। दोनों झीरम घटना के मुख्य आरोपी थे। मुझे दुःख है, सरकार में रहते हुए भी जांच नहीं हो सकी। केंद्र सरकार ने न मामले की जांच की, न हमें करने दी । विपक्ष के लोग मजाक न उड़ाएं, झीरम का सबूत जेब में हैं। जब कोई जांच ही नहीं कर रहा है तो हम सबूत किसे दें। दोनों हाथ बांधकर मुंह में टेप लगाकर रखने कहा जा रहा है। अगर हम जांच करते तो झीरम की तह तक जाते।

स्कूल, सड़क और स्वास्थ्य में किया डीएमएफ का उपयोग

डीएमएफ के बारे में बताऊं, मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने मीटिंग ली। सभी खदानें आदिवासी अंचल में थीं। मैंने पूछा कि आदिवासियों के जीवन मे क्या परिवर्तन आया। उन्होंने कहा कि नहीं आया। हमने कहा, यह होना चाहिए, इससे स्कूल बनाओ, सड़क बनाओ। डीएमएफ का तभी सही उपयोग होगा। मलेरिया में हमने बड़ा काम किया और ये काफी घट गया।उल्टी दस्त का एक भी प्रश्न विधानसभा में बस्तर से नहीं लगा। बस्तर में डॉक्टर हैं, नर्स हैं। ब्लड बैंक बनवाए।

केंद्रीय एजेंसी छग में डेरा डालकर बैठी

मुख्यमंत्री ने कहा, केंद्र की जितनी एजेंसियां हैं, सब छग में डेरा डालकर बैठी हैं। सभी राज्यों से ज्यादा छग में छापे की कार्रवाई हुई है। एक आदमी के घर दो-दो तीन-तीन बार छापे मारे जा रहे हैं। पता नहीं, केंद्रीय एजेंसी के लोग क्या खोज रहे हैं। अवैध शराब बिकी है तो शराब निर्माता और अधिकारी जिम्मेदार हैं। शराब निर्माताओं पर कार्यवाही क्यों नहीं होती? उनकी संपत्ति क्यों नहीं जब्त हो रही? कोयला घोटाले की बात केवल बदनाम करने हो रही। कोल ब्लॉक आवंटन केंद्र का अधिकार है।

ईडी के अधिकारों का विरोध

ईडी के अधिकारों में वृद्धि का मुख्यमंत्री ने विरोध किया। ईडी के दायरे में जीएसटी को लाए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, यह देश का सबसे बड़ा काला कानून है । इससे व्यापारियों की गलती पर उसको गिरफ्तार कर लेंगे। अब इस देश में व्यापार करना मुश्किल होता जा रहा है।

प्रस्ताव हुआ अस्वीकृत

मुख्यमंत्री ने अंत में कहा, यह कबीर की भूमि है। गुरु घासीदास की भूमि है। शांति का टापू है । अपनी संस्कृति के लिए हम काम कर रहे हैं। मैं विपक्ष के लोगों को धन्यवाद देता हूँ कि प्रदेश की जनता तक आपने हमारी बातों को पहुंचाने का अवसर दिया । अविश्वास प्रस्ताव अस्वीकृत हुआ।

29 सदस्यों ने बहस में लिया हिस्सा

अविश्वास प्रस्ताव में 109 बिंदुओं पर भाजपा ने सरकार पर आरोप लगाए। विधानसभा में इसमें 29 लोगों ने चर्चा में भाग लिया। विपक्ष के सभी विधायक और सत्तापक्ष की ओर से मंत्रियों ने इसमें हिस्सा लिया।

विधानसभा के अंतिम दिन शुक्रवार आधी रात तक विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मैराथन बहस का सिलसिला चला। विपक्ष ने एक-एक कर सरकार पर तीखे तीर छोड़े, जिस पर सत्तापक्ष ने कड़ा पलटवार किया। लंबी चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव को आसंदी ने अस्वीकृत कर दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, चार बरस में लोगों ने बदलाव देखा है। बदलाव सत्ता के लिए नहीं होना चाहिए, लोगों के जीवन में बदलाव होना चाहिए और हमने यही किया। श्री बघेल ने कहा, पहले अविश्वास प्रस्ताव जब आता था तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी। इस बार सदस्यों ने नहीं की। ये हमारी उपलब्धि है। उन्हों ने कहा हमने नए आयाम जोड़े हैं।

लोगों के जीवन में बदलाव आया

मुख्यमंत्री ने कहा, जब हमारी सरकार बनी तो हमने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की बात की। उन महापुरुषों को, कलाकारों और राजनीतिक दलों के लोगों को नमन करता हूं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ निर्माण में अपना योगदान दिया। परिवर्तन केवल सत्ता के लिए नहीं होना चाहिए। यह लोगों के जीवन मे होना चाहिए, इसलिए परिवर्तन की मशाल लेकर हमारे नेता परिवर्तन यात्रा पर निकले थे। आज हमने किसानों की जिंदगी बदली है। बस्तर, सरगुजा में परिवर्तन हुआ है। महिलाओं के जीवन मे बदलाव आया है। जब बच्चे फरटिदार इंग्लिश में बोलते हैं, तब संतोष होता है।

विपक्ष ने किया बहिर्गमन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भाषण के बीच विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों ने उपलब्धियों के आंकड़े पर आपत्ति जताई। सदन में दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई। हंगामे के बाद विपक्षी सदस्यों ने किया सदन से बहिर्गमन कर दिया। विपक्ष की गैरमौजूदगी में भी सीएम का भाषण जारी रहा। उन्होंने कहा, भाजपा ने प्रदेश के लोगों को सिर्फ मतदाता समझा है। चांउर वाले बाबा बनकर चावल को लूटने का काम किया है।

चंदेल बोले- बस्तर के लोग इलाज के अभाव में मर रहे मंत्रीजी उनको दवा तो पहुंचा दें।

विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, छत्तीसगढ़ को सरकार ने अपराधियों का गढ़ बना दिया है। बस्तर की बद से बदतर स्थिति बन गई है। लोग वहां इलाज के अभाव में मर रहे हैं, मंत्री जी उनको दवा तो पहुंचा देते। बस्तर में कांग्रेस सरकार के राज में नक्सली घटनाएं बढ़ी हैं। चंदेल ने पूछा, झीरम की घटना के पीछे कौन है। कौन जीरम की घटना के बाद बाइक लेकर भागा था। नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, बस्तर के संबंध में लगातार हम लोग

जानकारी लेते हैं। राज्य पुलिस, सेंट्रल फोर्स से लगातार हम बात करते हैं। हमारी सरकार में नक्सली घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं को नक्सली लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्हें बैठक में शामिल नहीं होने की धमकी दे रहे हैं। उनके बयान पर बस्तर के विधायकों ने आपत्ति की है। राजमन बेंजाम ने कहा, नेता प्रतिपक्ष गलत बयान दे रहे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, बस्तर में लगातार बेटियों की तस्करी की जा रही है। सरकार ने बंधक बनाई गई बेटियों को वापस लाने कोई प्रयास नहीं किया। कल जांजगीर चांपा में तीन लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई। सरकार की संवेदनहीनता है कि जिम्मेदार उनके घर तक नहीं गए। इस सरकार ने पीएससी में भी घोटाला कर दिया। प्रदेश के युवा इस सरकार से नाउम्मीद हो चुके हैं। प्रदेश का हर वर्ग इस सरकार से नाउम्मीद हो चुका है, इसलिए हमने इस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है।

स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में मिल रही नकली दवाई

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, जशपुर के पण्डो जनजाति के 4 लोगों ने सुसाइड किया । दीपक बैज के सांसद प्रतिनिधि बस्तर में कमीशन मांगते हैं। स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में अमानक दवाई मिली है। श्री चंदेल ने बिरनपुर की घटना को लेकर सत्तापक्ष पर आरोप लगाए, तो नेता प्रतिपक्ष के आरोप से भड़का सत्तापक्ष। सदन में जमकर 1 हंगामा, दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई।आरोप से भड़का सत्तापक्ष। सदन में जमकर हंगामा, दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई।

गोठानों में ताला, सड़क पर गाय

चंदेल ने कहा छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाला हुआ है। लालू यादव के घोटाले से भी बड़ा घोटाला गोबर घोटाला है। हमने गोठानों में जाकर वस्तुस्थिति देखी है। गायें सड़क पर हैं, गोठानों में ताले लगे हैं। उन्होंने कहा, स्वामी आत्मानंद स्कूल की बात करते हैं। एक भी नया स्कूल भवन नहीं बनवा सके। हर पुरानी चीज का रंग-रोगन कर लोकार्पण कर देते हैं। रेडीमेड के सहारे सरकार नहीं बन सकती। समाज का हर वर्ग इस सरकार से परेशान है।


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