चारा-पानी नहीं, बिखरी पड़ी हैं गायों की अस्थियां : एक गौठान का हाल जानने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने ऐसा क्या देखा.. जो सरकार पर मढ़ दिया गंभीर आरोप... पढ़िए...

मुकेश बैस-जांजगीर-चाम्पा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के एक गौठान में गायों की बड़ी संख्या में मौत की खबर सामने आई है। जिले के भैंसो गांव के गौठान में रखी गई गायों की लगातार मौत हो रही है। इससे गांव के लोग काफी परेशान हैं। अब तक लगभग दो दर्जन से भी अधिक गायों की जान जा चुकी है। गायों की लगातार मौतों की शिकायत पर नेता प्रतिपक्ष और जांजगीर-चांपा विधायक नारायण चंदेल ने अधिकारियों को फटकार लगाई है।
दरअसल छत्तीसगढ़ के ह्रदय जिले जांजगीर-चांपा में इन दिनों लगातार गायों की मौत से जुड़ी खबरें सुनाई में आ रही हैं। इससे जिले की जनता काफी परशान हैं। लगातार गायों की मौत की शिकायत भी स्थानीय विधायक के पास पहुंच रही है। इन मौतों की वजह जानने स्थानीय विधायक, जो अभी वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधान सभा के नेताप्रतिपक्ष हैं, वो पहुंचे।
गायों के लिए पर्याप्त रूप से भोजन नहीं
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल गौठानों की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे तो पता चला कि भैंसो गांव के गौठान में रखी गायों को पर्याप्त चारा नहीं मिल पाता था। एक पखवाड़े में इस गोठान में रखी लगभग दो दर्जन गायों की जान चुकी है। लगातार हो रही मौतों का कारण जानने और स्थिति का जायजा लेने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल पहुंचे तो पता चला कि इन गायों को ठीक ढंग से चारा-पानी नहीं दिया जा रहा था। इन गायों के पर्याप्त रूप से भोजन नहीं मिलने के कारण इनकी मौतें हो रही हैं। वहीं, इन गायों को दिन और रात गौठान में ही रखा जा रहा था। साथ ही कुछ मृत गायों के कंकाल भी इस गौठान में पड़े मिले। इससे नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष ने मौके पर अधिकारियों को बुलाकर उन्हें फटकार लगाई।
निष्पक्ष जाँच और कार्रवाई की मांग
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार गायों की सुरक्षा नहीं कर पा रही। खासकर भैंसो गांव के गोठान में तो भारी अव्यवस्था है। उन्हें बताया गया कि माहभर में यहां 90 गायों की मौत हो चुकी है। इस पर उन्होंने सरकार से निष्पक्ष जाँच और कार्रवाई की मांग की है। देखें वीडियो...
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS