नहीं मिल रही अनुकंपा नियुक्ति : शिक्षाकर्मी कल्याण संघ ने सीएम बघेल के बेटे चेतन को सौंपा ज्ञापन, जल्द नियुक्ति की मांग

नहीं मिल रही अनुकंपा नियुक्ति : शिक्षाकर्मी कल्याण संघ ने सीएम बघेल के बेटे चेतन को सौंपा ज्ञापन, जल्द नियुक्ति की मांग
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अनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आज मुख्यमंत्री के बेटे को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मेनका साहू ओर गीता साहू ने अपनी व्यथा बताई। क्या कहा दोनों ने पढ़िए पूरी खबर...

नहीं मिल रही अनुकंपा नियुक्ति : शिक्षाकर्मी कल्याण संघ ने सीएम बघेल के बेटे चेतन को सौंपा ज्ञापन, जल्द नियुक्ति की मांगअनुकंपा नियुक्ति शिक्षाकर्मी कल्याण संघ ने अपनी लंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चेतन बघेल को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मेनका साहू ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उसके पति की मृत्यु के बाद आज तक अनुकंपा नियुक्ति का लाभ नहीं मिला। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनके पालने-पोषण में बहुत कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मेनका ने जल्द अनुकंपा नियुक्ति का निराकरण करवाने का आग्रह किया। वहीं पाटन निवासी गीता साहू ने भी अपनी दयनीय स्थिति को बताते हुए कहा कि पिता की मृत्यु के बाद घर की बड़ी बेटी होने पर मेरे ऊपर सारी जिम्मेदारी आ गई है। मेरे पढ़ने की उम्र में मुझे घर को संभालना पड़ रहा है। मेरे छोटे भाई की पढ़ाई किस तरह से करवाए, खाने के लाले पड़ रहे हैं। घर की जिम्मेदारी से बहुत परेशान रहती हूं। मेरे पिता ही एक मात्र हमारा सहारा थे, जो पंचायत शिक्षक थे। उनके जाने से हमारा घर बिखर गया है।

अनुकंपा नियुक्ति के लिए भटक रहे दर-दर

गीता साहू और मेनका साहू ने चेतन बघेल के समक्ष अनुकंपा संघ का ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का समय दिलवाया जाए। अनुकम्पा संघ अपनी दयनीय स्थिति से गुजर रहा है। मुख्यमंत्री से बार-बार गुहार लगा रहे है कि जल्द अनुकंपा नियुक्ति का निराकरण कर दें। ये भी बताया कि गुरुवार को कैबिनेट में राज परिवहन निगम में अनुकम्पा नियुक्ति का संशोधन किया गया तो हमारा भी निराकरण आगामी कैबिनेट में किया जाए।

वहीं दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकम्पा संघ के प्रांताध्यक्ष माधुरी मृगे ने भूपेश सरका पर भेद भाव का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन गोपाल कृष्ण पंडा की पत्नी अलका पंडा को शिक्षा विभाग में व्याख्याता के पद पर अनुकम्पा नियुक्ति देने के कैबिनेट में निर्णय लेकर संवेदनशीलता भूपेश सरकार दिखा सकती हैं तो दिवंगत शिक्षक पंचायत के परिजनों के साथ संवेदनशीलता क्यों नहीं। दिवंगत पंचायत शिक्षक का परिवार दर-दर की ठोकर खाने पर मजबूर हो रहा है। ऐसे 1,269 परिवार है, जिन्हें अभी तक कोई लाभ नहीं मिला। ये सरकार संवेदनहीन सरकार कैसे हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिवार के साथ न्याय कीजिए और योग्यता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति देने की कृपा करेंगे।

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