प्रदर्शन खत्म करने का थमाया नोटिस : अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर महिलाओं का आंदोलन जारी, एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी

प्रदर्शन खत्म करने का थमाया नोटिस : अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर महिलाओं का आंदोलन जारी, एकतरफा कार्रवाई की चेतावनी
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अनुकंपा नियुक्ति शिक्षक संघ के प्रदर्शनकारियों को प्रशासन ने धरनास्थल खाली करने का नोटिस थमाया। ऐसा नहीं करने पर प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब में 84 दिन से लगातार अपनी मांगों को लेकर अनुकंपा नियुक्ति शिक्षक संघ के प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे हुए हैं। मंगलवार को इन आन्दोलनकारियों को जिला प्रशासन ने जगह खाली करने का नोटिस दे दिया। जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। उन्हें पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने जगह खाली करने के लिए शाम 6 बजे तक का समय दिया। अधिकारियों ने धरने पर बैठी महिलाओं से कहा कि उनके पास यहां पर बैठने के लिए कोई अनुमति नहीं है और वे सभी अवैध तरीके से यहां बैठे हुए हैं। नोटिस थमाते ही वहां पर हड़कंप मच गया।

जब यह खबर BJP के प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास को मिली, तो वे भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने के लिए धरना स्थल पर पहुंच गए और उनके साथ धरने पर बैठ गए। जिसके बाद वहां जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। फिर कुछ समय बाद कुछ पुलिसकर्मी वहां पर पहुंचे और महिलाओं से नोटिस के बारे में लिए गए फैसले के बारे में पूछा। जिसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने धरना खत्म करने से इंकार कर दिया और पुलिसकर्मी वहां से चले गए।

प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई करने की दी चेतावनी

इस नोटिस में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रायपुर के सील लगे हैं। नोटिस में प्रदर्शनकारियों को साफ चेतावनी दी गई है कि उन्हें धरनास्थल खाली करना होगा, अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रशासन एकतरफा कार्रवाई करेगा। नोटिस में यह भी कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ निरर्थक नारेबाजी की। 13 नवंबर को इस संघ की कुछ महिलाओं ने बूढ़ा तालाब में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास भी किया, जिसके बाद कानून-व्यवस्था बिगड़ गई। उन्होंने आगे लिखा कि संघ के प्रदर्शनों और जुलूसों से ट्रैफिक जाम हो जाता है, जिससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर आप धरना को बंद नहीं करेंगे तो प्रशासन एकतरफा कार्रवाई करेगा।

भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास सरकार के चुनावी वादे को याद दिलाते हुए कहा कि- सरकार को अपने वादे निभाने चाहिए। वे आगे बोले कि अगर सरकार इन महिलाओं को सरकारी नौकरी नहीं दे सकती है, तो जिला प्रशासन के अंतर्गत कई संस्थान हैं, वहां उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाना चाहिए। प्रशासन को इन असहाय लोगों पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे जबरन धरना खत्म कराने का नोटिस देना गलत है। भारतीय जनता पार्टी इसका विरोध करती है।

मांगे नहीं मानने पर महिलाएं भी कराएंगी मुंडन

पंचायत अनुकंपा नियुक्ति शिक्षक संघ की प्रांत अध्यक्ष माधुरी मृघे ने कुछ दिन पहले हुए पुरुष प्रदर्शनकारियों के मुंडन प्रदर्शन के समय बयान दिया था और कहा था कि अगर सरकार संवेदनशील होकर हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तो संघ की महिला सदस्य सड़कों पर बैठकर सिर मुंडवाएंगी। वे बोलीं कि अगर कांग्रेस सरकार अपनी बहू-बेटियों का यही हाल देखना चाहती है, तो वही सहीं।

महिलाएं इसलिए कर रही हैं प्रदर्शन

प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आकर महिलाएं यहां प्रदर्शन कर रही हैं। ये महिलाएं रायपुर में 84 दिनों से धरने पर बैठी हैं। ये सभी पंचायत स्तर के उन शिक्षकों की पत्नियां हैं, जिनकी हादसे या बीमारी की वजह से मौत हो गई। इनका कहना है कि सरकारी नौकरी में कमाने वाले व्यक्ति की मौत के बाद परिवार के किसी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति मिलती है, मगर इन्हें आज तक नौकरी नहीं मिला। अपनी इसी मांग को लेकर दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियां कई दिनों से अनुकंपा नियुक्ति संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रही हैं। इससे पहले महिलाएं मंत्री रविंद्र चौबे के घर कटोरा लेकर पहुंची थीं। साथ ही उन्होंने दंडवत होकर मंदिर यात्रा, बूढ़ातालाब में जल समाधि जैसे कई प्रदर्शन भी किए, लेकिन अब तक राज्य सरकार ने इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है।


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