गरुआ कोठा से भी बदतर नर्सिंग कालेज : गंदगी के बीच बने खाने को नाले के पास बिठाकर छात्राओं को खिलाया जाता... पानी का भगवान ही मालिक, फूड पाइजनिंग से मौत के बाद प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस

गरुआ कोठा से भी बदतर नर्सिंग कालेज : गंदगी के बीच बने खाने को नाले के पास बिठाकर छात्राओं को खिलाया जाता... पानी का भगवान ही मालिक, फूड पाइजनिंग से मौत के बाद प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस
X
नर्सिंग कॉलेज में छात्राओं के फूड प्वाइजनिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। कॉलेज के डायरेक्टर और हॉस्टल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पढ़िए पूरी खबर...

भिलाई। अमित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में छात्राओं के फूड प्वाइजनिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। कॉलेज के डायरेक्टर और हॉस्टल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जाता है कि जांच में लापरवाही पाए जाने पर स्मृति नगर पुलिस चौकी में एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही कॉलेज प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है।

एक साथ 60 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार, एक की मौत

दरअसल सोमवार देर शाम जिला प्रशासन को सूचना मिली कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में मॉडल टाउन क्षेत्र में संचालित अमित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज की 60 छात्राएं एक साथ फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गई हैं। उन्हें इलाज के लिए एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इतना ही नहीं इसमें बालोद की रहने वाली छात्रा कामिनी चुरेंद्र की मौत भी हो गई है। भिलाई नगर निगम के मेयर नीरज पाल ने इसकी जानकारी कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा को फोन पर दी। इसके बाद कलेक्टर मीणा और दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव सोमवार रात हॉस्पिटल पहुंचे और छात्राओं का हाल जाना। फिर कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और पीएचई की टीम जांच के लिए पहुंची थी। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. मेश्राम ने रिपोर्ट में लिखा कि हॉस्टल में रह रही नर्सिंग छात्राएं गंदा पानी पीने से बीमार हुई हैं। संयुक्त टीम के अधिकारियों ने टेस्ट के लिए वहां के पानी का सैंपल भी लिया है। जांच रिपोर्ट में हॉस्टल की अव्यवस्था को भी बताया गया है। इसके बाद कलेक्टर ने एसपी को मामले में एफआईआर करने को कहा।

नाले के किनारे बैठाकर छात्राओं को परोसा जाता है खाना

कलेक्टर ने तुरंत सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की। इस टीम में उनके साथ डॉ. सीबीएस बंजारे, एमडी मेडिसिन डॉ. मनोज दानी, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट रितिका सोनवानी और शहरी कार्यक्रम प्रबंधक तुषार वर्मा आदि मौजूद रहे। जांच टीम में नगर निगम और पीएचई विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम ने रस्तोगी कॉलेज और हॉस्टल की जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि जिस जगह पर छात्राओं को खाना दिया जाता था उसके बगल से नाला बह रहा है। साफ सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा था। पीने का पानी भी दूषित पाया गया है। इसके बाद टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी। मामले में अब स्मृति नगर पुलिस सभी छात्राओं और उनके परिजनों सहित कॉलेज स्टाफ से बयान लेगी। इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सालों से नहीं बदला था आरओ का फिल्टर

पानी दूषित पाए जाने पर नगर निगम भिलाई जल विभाग के सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव, नेहरू नगर जोन के अभियंता आलोक पसीने और स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने छात्राओं के पीने के पानी का सैंपल लिया और उसे टेस्ट के लिए लैब भेजा है। बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने जो आरओ लगाया था सालों से उसका फिल्टर ही नहीं बदला गया था। इससे छात्राएं गंदा पानी पीने को मजबूर थीं। निगम अधिकारियों ने हॉस्टल में नया आरओ लगवाया और साफ पानी की व्यवस्था कराई।

6 हॉस्टलों में एक ही मेस से जाता था खाना

जांच के दौरान हॉस्टल की वार्डन रुखमणी यादव ने बताया कि यहां के सभी छात्राओं के भोजन और नाश्ते की व्यवस्था मॉडल टाउन स्थित एक मेस से होती थी। यहां से सिर्फ उनके यहां ही नहीं बल्कि 6 और हॉस्टलों में भी यही से भोजन और नाश्ता बनकर एक साथ जाता है। जो छात्राएं बीमार हुई हैं, वह केवल वेद हॉस्टल स्मृति नगर की हैं। यहां की 56 छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग हुई थी। इसमें 4 डिस्चार्ज हो गई हैं, 51 का इलाज जारी है।

बच्चे दूषित पानी पीने से हुए थे बीमार

कलेक्टर श्री मीणा ने बताया कि जांच के दौरान टीम ने हॉस्टल की हालत काफी खराब पाया। जांच में पता चला कि बच्चों की तबीयत दूषित पानी पीने से हुई है। पीने के पानी के लिए वहां एक बोरवेल लगवाया गया था। उसका पानी वाटर फिल्टर में जाता था। वाटर फिल्टर और आरओ फिल्टर काफी खराब हालत में थे। इसमें प्रबंधन की लापरवाही पाई गई है। इसलिए उसके खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं।

एनएसयूआई ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, एबीवीपी ने घेरा कॉलेज

एनएसयूआई ने घटना को लेकर मंगलवार को दुर्ग कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और कहा मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। वहीं एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज का घेराव कर जमकर हंगामा किया। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

Tags

Next Story