पहले ही दिन रायपुर जिले में 65 हजार क्विंटल रिकॉर्ड धान खरीदी- उपार्जन केंद्रों में उत्सव का माहौल

पहले ही दिन रायपुर जिले में 65 हजार क्विंटल रिकॉर्ड धान खरीदी- उपार्जन केंद्रों में उत्सव का माहौल
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जिले के 138 उपार्जन केंद्रों में तीन हजार से ज्यादा किसान धान बेचने पहुंचे। चपरीद में सर्वाधिक 11 सौ क्विंटल धान खरीदी हुई। पहले दिन शाम 5.30 बजे तक 65 हजार 130 क्विंटल धान खरीदी हुई। औसतन सहकारी समितियों में 454 क्विंटल धान की खरीदी हुई। पढ़िए पूरी ख़बर...

रायपुर: साल के अंतिम महीने के पहली तारीख को पूरे प्रदेश में धान खरीदी त्योहार के रूप में मनाते हुए राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ की है। व्यवस्था में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। इसके लिए मार्कफेड के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी धान खरीदी पर नजर रखे हुए हैं। धान खरीदी के पहले दिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उपार्जन केंद्रों में पहुंचकर धान खरीदी का शुभारंभ किया। केंद्रों में उत्सव का माहौल नजर आया। पूजा-पाठ कर धान खरीदी की शुरुआत की गई।

जिले के 138 धान उपार्जन केंद्रों में पहले दिन शाम 5.30 बजे तक 65 हजार 130 क्विंटल धान खरीदी हुई। औसतन सहकारी समितियों में 454 क्विंटल धान की खरीदी हुई। धान खरीदी में बारदाने की कमी न हो। इसके लिए सभी सहकारी समितियों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था की गई है। अलग-अलग सहकारी समिति के प्रबंधकों से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनके केंद्रों में फिलहाल 10 से 15 दिनों तक धान खरीदी करने लायक बारदाने का स्टॉक मौजूद है। जानकारी के मुताबिक चपरीद धान उपार्जन केंद्र में पहले दिन सर्वाधिक 1096 क्विंटल धान खरीदी की गई।

ज्यादातर छोटे किसान पहुंचे धान बेचने : पहले दिन सहकारी समितियों में धान बेचने यहां सर्वाधिक छोटे किसान नजर आए। कई किसान ऐसे थे। जो अपने परिवार के साथ धान बेचने के लिए पहुंचे थे। प्रबंधन से बारदाने लेने के बाद मजदूर लगाने के बजाय खुद ही धान भरने में जुटे रहे।

खरीदी केंद्रों में दोपहर बाद भराई- तौलाई

धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी का उद्घाटन करने जनप्रतिनिधि पहुंचते रहे। खरीदी केंद्रों में जनप्रतिनिधियों द्वारा धान खरीदी करने के उद्घाटन तथा उनके स्वागत-सत्कार की वजह से पहले दिन धान भराई और तौलाई विलंब से प्रारंभ हुई। पहले दिन खरीदी केंद्रों में किसान भी कम आए थे। इस वजह से स्थिति पूरे समय सामान्य रही। धान की भराई और तौलाई का काम देर शाम तक चलते रहा। इसी तरह से धान की आवक भी 3 बजे तक होती रही।

किसानों की मदद के लिए सहयोग समिति गठित

छत्तीसगढ़ किसान कांग्रेस की सहमति एवं अनुशंसा से प्रदेश स्तरीय किसान सहयोग समिति गठित की गई। रामविलास साहू प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ किसान कांग्रेस और लालबहादुर चंद्रवंशी प्रदेश संयोजक की सहमति से प्रदेश स्तरीय किसान सहयोग समिति गठित की गई। छत्तीसगढ़ की सोसाइटियों में धान विक्रय के लिए आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। धान खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधा के सभी आवश्यक इंतजाम हों। सभी आवश्यक व्यवस्था दुरुस्त रहे। इस उद्देश्य से छत्तीसगढ़ प्रदेश किसान कांग्रेस ने प्रदेश स्तरीय किसान सहयोग समिति गठित की है।

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