Raipur: जल जीवन मिशन के टेंडर में सौ करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी का आरोप, भाजपा ने किया सदन से वॉक आउट

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने जल जीवन मिशन के टेंडर में सौ करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी बताते हुए इसे लोकधन की लूट करार दिया। भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने जल जीवन मिशन की टेंडर प्रक्रिया को लेकर सत्तापक्ष को घेरा। विपक्ष ने केंद्र के फंड की बंदरबांट का आरोप लगाया। सत्तापक्ष के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक डॉ. बांधी ने जल जीवन मिशन के टेंडर में गड़बड़ी का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि बिलासपुर जिले में 15 जुलाई से 7 दिसंबर तक जल जीवन मिशन के तहत कितने टेंडर निकाले गए और कितने टेंडरों काे री-टेंडर या संशोधित किया गया? संशोधित टेंडर के लिए कितनी समयसीमा निर्धारित की गई थी, ऑनलाइन-ऑफलाइन री-टेंडर के लिए क्या समयसीमा निर्धारित थी। अगर विभाग द्वारा नियमों के विरुद्ध टेंडर किए गए तो संबंधितों पर क्या कार्रवाई हुई? इन टेंडरों के संबंध में जिला प्रशासन को कितनी शिकायतें प्राप्त हुईं और उन पर क्या कार्रवाई की गई?
201 टेंडर में 80 री-टेंडर, 15 की बदली समयसीमा
पीएचई मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने अपने जवाब में कहा, बिलासपुर जिले में जुलाई से दिसंबर तक जल जीवन मिशन के तहत कुल 201 टेंडर निकाले गए। इनमें से 80 टेंडर री-टेंडर किए गए तथा 15 टेंडर की समयसीमा में संशोधन किया गया। संशोधित एवं री-टेंडर के लिए निर्धारित समयसीमा तय की गई थी। उन्होंने कहा, कोई भी निविदा ऑफलाइन री-टेंडर नहीं की गई है। साथ ही विभाग द्वारा नियम के विरुद्ध कोई टेंडर नहीं किया गया है। मंत्री ने बताया कि इन टेंडरों के संबंध में जिला प्रशासन को 3 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनका निराकरण कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित कर दी गई है।
1 जुलाई से एसओआर तो 15 दिन बाद क्यों रद्द हुए टेंडर
भाजपा ने आराेप लगाया कि टेंडर रद्द होने के बाद नए टेंडर को अधिक दर पर खोला गया, इससे शासन को हानि हुई। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, यह गंभीर मामला है। 200 टेंडर में से 80 टेंडर रद्द करने पड़े, ये सही नहीं है, इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। 1 जुलाई से जब नया एसओआर आया, तब 15 जुलाई को टेंडर रद्द क्यों किया गया।
जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, जल जीवन मिशन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। ये सौ करोड़ से ज्यादा की लूट है। ये लोकधन की लूट है। तेलंगाना और ओडिशा जैसे राज्यों में ये प्रोजेक्ट पूरा हो गया है। सितंबर 2023 तक इस मिशन का काम खत्म करना है। इस पर सत्तापक्ष के जवाब से असंतुष्ट होकर बीजेपी विधायकों ने वॉक आउट किया।
कांग्रेस विधायक संगीता ने सरकार को घेरा
कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने बालोद में जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कामकाज को लेकर कहा, एक ठेकेदार को 10-10 काम दिए गए हैं। कार्य न होने से स्थिति खराब है। विधानसभा क्षेत्र में आक्रोश की स्थिति है। मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा, हम फिर से वहां सर्वे करा लेंगे, कहीं ठेकेदार ने गड़बड़ी की होगी तो जरूर कार्रवाई होगी। विधायक ने कहा, हमें कार्रवाई चाहिए। इस पर मंत्री ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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