उरांव एकता महासम्मेलन: सामाजिक लोगों ने रैली और आमसभा कर शक्ति प्रदर्शन किया, गीताश्री के बयान से कोई सरोकार नहीं बताया

उरांव एकता महासम्मेलन: सामाजिक लोगों ने रैली और आमसभा कर शक्ति प्रदर्शन किया, गीताश्री के बयान से कोई सरोकार नहीं बताया
X
इस कार्यक्रम में शामिल हुए झारखंड की पूर्व मंत्री गीताश्री के बयान को उनके निजी विचार बताते हुए समाज ने असहमति जताई है। पढ़िए पूरी खबर ...।

जितेन्द्र सोनी-जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला मुख्यालय में उरांव समाज ने बड़ी रैली और आमसभा कर शक्ति प्रदर्शन किया। उरांव एकता महासम्मेलन में डिलिस्टिंग धर्मान्तरण और सौसरिया उरांव जनजाति को मात्रात्मक त्रुटि के कारण आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाने का मुद्दा भी सभा में जोर से उठा।

समाज ने गीताश्री के बयान पर जतायी असहमति

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि झारखंड की पूर्व सांस्कृतिक व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने डिलिस्टिंग को धर्मांतरित के साथ गैर धर्मान्तरित आदिवासियों के लिए नुकसान दायक बताया था और आदिवासियों के लिए अलग धर्मकोड को पुर्नस्थापित किये जाने की पैरवी की। अब कार्य्रकम के आयोजक और उरांव समाज के लोगों ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के बयान को गलत बताया और उनके बयान को उनके निजी विचार बताते हुए उनके बयान पर असहमति जताई है।

गीताश्री ने कहा, जनगणना के प्रपत्र से जनजातिय मान्याओं का सातवां कालम हटा

आयोजित कार्यक्रम में मीडिया से चर्चा करते हुए गीताश्री उरांव ने डिलिस्टिंग पर कहा था की डिलिस्टिंग से धर्मान्तरित आदिवासियों के साथ हिंदू उरांव भी प्रभावित होंगे, क्योंकि आगामी जनगणना के प्रपत्र से सातवां कालम हटा दिया गया है। इस काल में जनजातिय मान्याओं को दर्ज किया जाता था। उन्होनें इसे आदिवासियों की मूल पहचान को मिटाने का प्रयास बताया।

समाज ने कहा गीताश्री का बयान है उनका निजी विचार

गीताश्री ने कहा कि डिलिस्टिंग पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र है। आदिवासी हिंदू नहीं है, कहकर आदिवासियों के कोड को ही विलोपित कर दिया गया है। आदिवासियों को हिंदू बताकर, उन्हें विशेष कानूनी अधिकारों से वंचित करने के लिए षड़यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड, ब्रिटिश शासनकाल से लेकर 2018 तक रहा है। इसे पुर्नस्थापित करने के लिए लगातार प्रयास चल रहा है और आगे भी यह चलता रहेगा। अब इस बयान पर कार्यक्रम के आयोजक और जशपुर उरांव समाज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए उनके बयान पर असहमति जताई है और उनके बयान को उनके निजी विचार बताया है। आयोजकों ने कहा कि, उरांव समाज उनके बयान से कोई सरोकार नहीं रखता है। देखिए वीडियो...


Tags

Next Story