दर्जनभर गांवों में उल्टी-दस्त का प्रकोप : दो दिन में 3 सौ मरीज पहुंच गए अस्पताल, हाल में जमीन पर लिटाकर हो रहा इलाज

दर्जनभर गांवों में उल्टी-दस्त का प्रकोप : दो दिन में 3 सौ मरीज पहुंच गए अस्पताल, हाल में जमीन पर लिटाकर हो रहा इलाज
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आश्रम में इतनी संख्या में बेड नहीं उपलब्ध होने के कारण मरीजों को जमीन पर लिटाया गया। उनके आसपास डंडे लगाए गए और उनमें तार और रस्सी बांधी गई। इसी में ग्लूकोज और अन्य दवाइयों की ड्रिप लगाकर मरीजों को लगाई गई है।पढ़िए पूरी खबर...

गणेश मिश्रा - बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के 13 गांवों में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैल गया है। दो दिनों में ही इन गांवों में 300 से ज्यादा मरीज मिले हैं। यह सभी इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचे तो वहां जगह कम पड़ गई। इसके बाद मरीजों को पास के ही बालक आश्रम में जमीन पर लिटाकर उपचार किया जा रहा है। खास बात यह है कि, मरीजों को ग्लूकोज चढ़ाने के लिए डंडों के सहारे रस्सी बांधकर बोतल लटकाई गई है। वहीं कुछ गंभीर मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुटरू रेफर किया गया है।


एक साथ 300 मरीज पहुंचे उपचार कराने

भैरमगढ़ ब्लॉक सागमेटा, कुपरेल, छोटे आलवाड़ा, मुचलेर, मंडेम, एड्सगुण्डी कुरलापल्ली और फरसेगढ़ सहित 13 गांव उल्टी-दस्त की चपेट में हैं। यहां के सभी बीमार ग्रामीणों का उपचार फरसेगढ़ उप स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। दो दिनों बुधवार और गुरुवार को करीब 300 मरीज अस्पताल पहुंच गए। इतने मरीजों को एक साथ देखकर अस्पताल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। इन मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पताल में जगह ही नहीं थी। ऐसे में सभी मरीजों को पास ही स्थित बालक आश्रम भवन में ले जाया गया। आश्रम में इतनी संख्या में बेड नहीं उपलब्ध होने के कारण मरीजों को जमीन पर लिटाया गया। उनके आसपास डंडे लगाए गए और उनमें तार और रस्सी बांधी गई। इसी में ग्लूकोज और अन्य दवाइयों की ड्रिप लगाकर मरीजों को लगाई गई है।


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