पटवारी ने हड़पी सरकारी जमीन, कोई सुन नहीं रहा शिकायत : कांग्रेस कार्यकर्ता ने मांगी सपरिवार आत्मदाह की अनुमति...

पटवारी ने हड़पी सरकारी जमीन, कोई सुन नहीं रहा शिकायत : कांग्रेस कार्यकर्ता ने मांगी सपरिवार आत्मदाह की अनुमति...
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जल, जंगल और जमीन की लड़ाई छत्तीसगढ़ के लिए कोई नया मुद्दा नहीं है। अक्सर यहाँ इन मुद्दों पर आंदोलन होना एक आम सी बात रही है। भू-माफियाओं से गरीबों की जमीन बचाने के लिए समय-समय पर राज्य सरकारों ने कानून में संशोधन भी किए हैं। लेकिन उसके बावजूद छतीसगढ़ में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां किसानों की जमीनों का फर्जी दस्तावेज तैयार कर या तो बेच दिया गया या उस पर कब्जा कर लिया गया। दरअसल एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने प्रशासन से आत्मदाह की अनुमति मांगी है। क्या है मामला पढ़िए नौशाद अहमद की रिपोर्ट में...

सूरजपुर। जल, जंगल और जमीन की लड़ाई छत्तीसगढ़ के लिए कोई नया मुद्दा नहीं है। अक्सर यहाँ इन मुद्दों पर आंदोलन होना एक आम सी बात रही है। भू-माफियाओं से गरीबों की जमीन बचाने के लिए समय-समय पर राज्य सरकारों ने कानून में संशोधन भी किए हैं। लेकिन उसके बावजूद छतीसगढ़ में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां किसानों की जमीनों का फर्जी दस्तावेज तैयार कर या तो बेच दिया गया या उस पर कब्जा कर लिया गया।ऐसा ही एक मामला सूरजपुर के ग्राम चांचीडाँड़ से सामने आया है। यहाँ कांग्रेस कार्यकर्ता ने पटवारी पर फर्जी तरीके से शासकीय भूमि निजीकरण करने का आरोप लगाया है।

इसके बाद शिकायत पर कार्रवाई न होने पर अब मुख्यमंत्री आमसभा के स्थल में परिवार के साथ आत्मदाह करने की जिला कलेक्टर से अनुमति मांगी है। तस्वीरों में नजर आ रहा शक्स कोई और नहीं कथित तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ता है। कांग्रेस कार्यकर्ता दूधनाथ यादव का आरोप है कि बीते 4 वर्षों से वह कार्यालय के चक्कर लगा रहा हैं पर उनकी सुनने वाला कोई नहीं। उसकी निजी जमीन के पास शासकीय भूमि थी, जिसको पटवारी ने फर्जी तरीके से निजी भूमि में स्थानांतरित कर दिया है। इसकी वजह से अब उनके सामने अपनी जमीन तक पहुंचने के लिए कोई मार्ग नहीं बचा है। दूधनाथ अब खुद अपनी ही पार्टी की सरकार के सामने आत्मदाह करने को मजबूर हो चुके हैं। बता दें कि 6 से 8 मई तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सूरजपुर प्रवास पर पहुँच रहे हैं। ऐसे में प्रशासन पूरी जदोजहद में लगा है। मुख्यमंत्री के विधानसभा वार दौरे को लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। जिले की नवपदस्थ कलेक्टर इफ्फत आरा ने बताया कि जहां मुख्यमंत्री प्रशासनिक अधोसंरचना की जानकारी लेंगे वहीं जनचौपाल के माध्यम से लोगों की समस्याओं से भी रूबरू होंगे। वहीं आत्मदाह की अनुमति मांगने वाले आवेदन पर उन्होंने कहा कि मामला अभी संज्ञान में आया है। आवेदन देने वाले व्यक्ति से बात कर मामले का निराकरण किया जाएगा। देखिए वीडियो-




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