ब्लैक लिस्टेड कंपनी को हुआ भुगतान : विधानसभा में गरमाया मामला तो मंत्री को सदन की कमेटी से जांच पर देनी पड़ी सहमति

ब्लैक लिस्टेड कंपनी को हुआ भुगतान : विधानसभा में गरमाया मामला तो मंत्री को सदन की कमेटी से जांच पर देनी पड़ी सहमति
X
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के सवाल पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने जवाब देते हुए कहा- ब्लैक लिस्ट कंपनी को बकाया भुगतान करना अनुचित था। ये तथ्य जानकारी में आने के बाद हमने फिर से कंपनी को डिबार कर दिया है। फिर क्या हुआ... पढ़िए...

रायपुर। बीज निगम में ब्लैक लिस्टेड कंपनी से प्रतिबंध हटाने और भुगतान का मामला मंगलवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में जोर-शोर से उछला। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के सवाल पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने जवाब देते हुए कहा- ब्लैक लिस्ट कंपनी को बकाया भुगतान करना अनुचित था। ये तथ्य जानकारी में आने के बाद हमने फिर से कंपनी को डिबार कर दिया है। मंत्री के इस जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले की विधानसभा की कमेटी से जांच की मांग रखी। तब कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- विधानसभा की कमेटी से जांच कराए जाने की जरूरत नहीं है। इस पर नेता प्रतिपक्ष की बात केा समर्थन करते हुए कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने कहा- कल इसी सदन में मुख्यमंत्री ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार सजग है। एक साथ 15 अधिकारियों को कल सदन में निलंबित किया गया। इस प्रकरण में सब स्पष्ट है, फिर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नही कराई जा सकती। तब खुद को घिरता देख कृषि मंत्री ने सदन की समिति से जांच पर अपनी सहमति जताई। तब फिर स्पीकर डॉक्टर चरण दास महंत ने विधानसभा की कमेटी से जांच कराने का एलान किया।

अमानक खाद-बीज, कीटनाशक पर घिरे कृषि मंत्री

वहीं इससे पहले प्रश्नकाल में अमानक बीज, खाद, कीटनाशक का मामला भी उठा। बीजेपी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने प्रश्न करते हुए पूछा कि बिलासपुर संभाग में 2021-22 अवधि में जनवरी 2022 अमानक, बीज, खाद, कीटनाशक दवाई की कितनी शिकायतें प्राप्त हुई है? जवाब में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा - अमानक खाद, बीज, कीटनाशक संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है? मंत्री के इस जवाब पर डॉ. बांधी ने आपत्ति जताई। तब श्री चौबे ने बताया कि बिलासपुर संभाग से बीज के 675, खाद के 908 एवं कीटनाशक दवाइयों के 119 नमूने लिए गए। इनमें से बीज के 642 खाद के 893 एवं कीटनाशक दवाइयों के 88 नमूनों की जांच प्रयोगशाला में हुई है। बीज के 35 नमूने संचालक उद्यानिकी के अंतर्गत प्रयोगशाला को जांच हेतु भेजे गए। इसमें से रासायनिक खाद के 38 नमूने, बीज के 14 नमूने एवं कीटनाशक दवाई के 2 नमूने अमानक पाए गए। अमानक पाए गए नमूनों पर उर्वरक नियंत्रण अधिनियम के तहत संबंधित कंपनी और विक्रेता के विरुद्ध विक्रय प्रतिबंध एवं कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्यवाही की गई है। उद्यानिकी की फसलों के बीज नमूनों की जांच परिणाम प्राप्त होने अभी बाकी हैं। मंत्री ने कहा, जानकारी विस्तृत मांगी गई है, कहीं कोई शिकायत हो तो उसे दिखवा लेंगे।

Tags

Next Story