शायद इसीलिए तस्करी रोकने से बचती रहती है पुलिस : तस्करों से पांच भैंसे छुड़ाईं... अब करनी पड़ रही है देखभाल, दाना-पानी डालने के लिए रोज लगती है एक सिपाही की ड्यूटी

शायद इसीलिए तस्करी रोकने से बचती रहती है पुलिस : तस्करों से पांच भैंसे छुड़ाईं... अब करनी पड़ रही है देखभाल, दाना-पानी डालने के लिए रोज लगती है एक सिपाही की ड्यूटी
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भैंस पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। वैसे भी नए जिले के सभी थाना और चौकी में पुलिस बल की कमी है और ऐसे में एक पुलिस के जवान की ड्यूटी भैंसों की देख-रेख में लगाई गई है। क्या है मामला पढ़िए पूरी खबर...

रविकांत सिंह राजपूत/मनेंद्रगढ़। पुलिस की नौकरी में क्या-क्या काम नहीं करने पड़ता इसका एक उदाहरण छत्तीसगढ़ के नए जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में देखने को मिला है। दरअसल, जिले के पोंडी थाना के नागपुर हाइवे पुलिस ने 5 दिन पहले अवैध तरीके से पशु तस्करों की ओर से पशुओं की तस्करी कर बूचड़खाने ले जा रहे एक पिकअप से पांच भैस को जब्त किया था। साथ ही आरोपियों को भी हिरासत में ले लिया गया। मगर अब वही भैंस पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। वैसे भी नए जिले के सभी थाना और चौकी में पुलिस बल की कमी है और ऐसे में एक पुलिस के जवान की ड्यूटी भैंसों की देख-रेख में लगाई गई है। पुलिस का एक जवान डब्बों में पानी भर कर भैंसों को पानी पिलाता है तो कभी चारा की व्यवस्था कर भैंस को चारा खिलाता है। देखिए वीडियो-

भैंस मालिक की खोजबीन जारी

जिले के एडिशनल एसपी निमेष बरैया ने बताया कि, अभी सभी भैंस को चौकी में ही रखा गया है। भैंस मालिक की खोजबीन की जा रही है, जैसे ही जानकारी मिलेगी उनको सुपुर्द किया जाएगा। मगर फिलहाल कहा जाए तो एक तरह से यह भैंस पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। अब देखना होगा कि भैंस के मालिक कब मिलते हैं और पुलिस को इन भैंसों से कब निजात मिलती है। देखिए वीडियो-

कर रहे थे भैंसों की तस्करी

उल्लेखनीय है कि, नागपुर चौकी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, कुछ लोग एक गाड़ी में भैंस को भरकर कहीं ले जाने की फिराक में हैं। इस पर पुलिस ने टीम बनाकर ग्राम सरभोका तिराहे के पास गाड़ी चेक कर मवेशी सहित घटना में प्रयुक्त किए गए वाहन को जब्त कर लिया गया। पुलिस ने धारा 91 जा.फौ का नोटिस देकर उस वाहन में लोड मवेशियों के दस्तावेज की मांग की तो, खरीदी बिक्री और परिवहन संबंधित किसी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं होना बताएं। इस पर आरोपियों के विरुद्ध पशु क्रूरता और पशु परीक्षण अधिनियम के निहित प्रावधानों का पालन करते हुए अपराध पंजीबद्ध किया गया। वहीं पांच भैंस कीमत लगभग 1,00,000 रुपए आंकी गई है। आरोपियों के विरुद्ध थाना पोड़ी में पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 4,6, पशु परिरक्षण अधिनियम 11(1)(D) के अंतर्गत कार्रवाई कर विवेचना में ले लिया गया है। देखिए वीडियो-


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