पिकअप हादसा : साहू परिवार पर टूटे कहर की खबर ने पूरे अंचल को रुलाया, एक साथ 11 लोगों का हुआ अंतिम संस्कार

तुलसी राम जायसवाल- भाटापारा। छत्तीसगढ़ के भाटापारा में एक के बाद एक 9 शवों को निकाला गया। अंतिम यात्रा, पारंपरिक नियमों के तहत किया गया। जिसमें कुछ को मुखाग्नि दी गई, तो कुछ को दफनाया गया। ग्राम खिलोरा में पुलिस छावनी में तब्दील थी, गांव में मेले जैसा भीड़ होते हुए भी सन्नाटा पसरा हुआ था। आखों में आंसू और अपने को खोने की पीड़ा और रोने की आवाजें ही कानों में गूंज रही थी।
गुरूवार 23 फरवरी की रात करीब 11 बजे भाटापारा के ग्राम खमरिया में ट्रक और पिकअप वाहन आमने-सामने से टकराई। इसमें पिकअप वाहन मे सवार लगभग 35 लोगो में से 11 की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और लगभग 20 घायलों को उपचार के लिए बलौदाबाजार अस्पताल भेजा गया। मृतकों का पोस्टमार्टम कर गृहग्राम खिलोरा भेजा गया। जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मृतकों के शव को वाहन से निकालने से मना कर दिया। भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की। लेकिन ग्रामीण राज्य सरकार की घोषणा का इंतजार करते रहे और शव को वाहन से नीचे ही नहीं उतारने दिए और विरोध करने लगे। लगभग तीन घंटे बाद राज्य सरकार ने जब मृतकों के परिवार को चार लाख और घायलों के परिवार को एक लाख रुपए की घोषणा की तब जाकर मृतकों के अंतिम संस्कार तैयारी की गई।
पिकअप सवार सभी शादी समारोह में शामिल होने गए थे
आप को बात दें कि ग्राम खिलोरा के साहू परिवार के लोग शादी समरोह में शामिल होने ग्राम अर्जुनी आए हुए थे। गुरूवार 23 फरवरी रात करीब 11 बजे पिकअप वाहन में अर्जुनी से वापस ग्राम खिलोरा जा रहे थे। इस दौरान भाटापारा के ग्राम खमरिया में ट्रक और पिकअप वाहन आमने-सामन से टकरा गए। जिसमें पिकअप में सवार लगभग 35 लोगों में से 11 की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और लगभग 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए बलौदाबाजार अस्पताल भेजा गया। शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे मृतकों का पोस्टमार्टम कर उनके गृहग्राम खिलोरा भेजा गया।
प्रधान मंत्री मोदी ने संवेदना व्यक्त करते हुए मुआवजे की घोषणा की
आप को बता दें कि जब मिडिया के जरिए यह खबर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी तक पहुंची तो मोदी ने तत्काल संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिजनों को दो लाख और घायलों को पचास हजार रूपए मुआवाजा राशि की घोषणा कर दी। लेकिन राज्य सरकार ने केवल संवेदना व्यक्त किया। इस आक्रोषित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर विरोध शुरू कर दिया। इस बीच ग्रामीनों को ढांढस बंधाने पुर्व राज्य सभा संसाद छाया वर्मा और सुनिल महेश्वरी ग्रामीणों के बीच पहुंचे। पर ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी। कुछ समय बाद भाटापारा विधायक शिव रतन शर्मा भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे और ग्रामीणों की मांग को लेकर मुख्य राज्य सचिव से बात की।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS