कब्र खोदकर छात्रा की लाश का किया पीएम, 19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

कब्र खोदकर छात्रा की लाश का किया पीएम, 19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
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छात्रा की मौत के बाद गांव के खाप पंचायत में पुलिस को बिना सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पढ़िए पूरी खबर-

अंबागढ़ चौकी। राजनांदगांव जिले से 110 किलोमीटर दूर खडगांव थाना क्षेत्र के धुर नक्सली क्षेत्र के ग्राम पंचायत कमकासूर के आश्रित ग्राम पूसेवाडा में एक आदिवासी छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में 18 सितंबर को मौत हो गई। नाबालिग छात्रा की मौत के बाद गांव के खाप पंचायत में पुलिस को बिना सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

छात्रा कि अस्वाभाविक मौत और मौत के पीछे नाबालिग के साथ अनाचार की खबरों के बाद सूक्ष्मता से जांच करने मोहला एसडीएम सीपी बघेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव का उत्खनन कर पीएम करने का निर्देश दिया। इसके बाद राजनांदगांव जिले की खडगांव पुलिस ने मामले की जांच की दिशा ही बदल दी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर से आदिवासी नाबालिग छात्रा का शव का परीक्षण कराने के बजाय सामान्य डॉक्टर दंपत्ति से पोस्टमार्टम कराया गया।

गंभीर अपराध की शिकार हुई छात्रा-मृत छात्रा की मौत पर तरह-तरह की चर्चा है। सूत्रों ने बताया कि मृत छात्रा एक गंभीर अपराध की शिकार हुई है, जिसके बाद उसकी मौत हुई है। पूरे मामले को मौत के बाद खाप पंचायत में निपटा दिया गया और उसके बाद पुलिस की जांच पंगु व्यवस्था पर है।

ऐसा ही एक मामला 9 सितंबर को हुआ। विश्व आदिवासी दिवस के दिन एक आदिवासी युवती के साथ मानपुर के भीतर जंगल में गैंगरेप हुआ प्रत्येक आरोपी से पांच पांच हजार आर्थिक दंड लेकर खाप पंचायत में इस घिनौने अपराध को निपटा दिया गया था हरिभूमि में मामला उजागर होने के बाद 6 दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया।

प्रशासनिक अधिकारियों के सामने खोदकर निकाली गई लाश

दण्डाधिकारी के आदेश के बाद मानपुर तहसीलदार सुरेंद्र उर्वशा, राजनांदगांव सब इंस्पेक्टर उषा अहिरवार, खडगांव टीआई कोमल राठोर और डॉक्टर वर्षा ठाकुर ने गांव पहुंच कर कब्र से पंचनामा कर शव निकाला।

महिला फॉरेंसिक एक्सपर्ट के बजाय पुरुष डॉक्टर से कराया पीएम

20 सितंबर को दोपहर 1:30 बजे प्रशासनिक अधिकारी गांव पहुंचकर कब्र खुदवाया बच्ची के शव को ट्रैक्टर में लादकर प्रशासनिक अधिकारी मोहला पहुंचे, जहां देर शाम तक खंड चिकित्सक डॉक्टर देवेंद्र ठाकुर और उनकी पत्नी डॉ. वर्षा ठाकुर से पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया।

बच्ची के संदिग्ध मौत पर-पुलिस का हडियल रवैया

मोहला मानपुर क्षेत्र की समाज सेवी नम्रता सिह ने खडगांव पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नाबालिग की मौत में खडगांव पुलिस सूक्ष्मता से जांच नहीं कर पा रही है फॉरेंसिक महिला एक्सपर्ट से पीएम कराने के बजाए पुलिस ने मामले में खानापूर्ति की।

डॉ. एस आर कोवाची खंड स्वास्थ्य अधिकारी मोहला का कहना है कि- नाबालिग छात्रा का पोस्टमार्टम डॉक्टर देवेंद्र ठाकुर तथा उनकी पत्नी डॉ. वर्षा ठाकुर ने किया है बिसरा रिपोर्ट रायपुर से अभी नहीं पहुंचा है।

इस मामले में खडगांव टीआई कोमल राठौर ने बताया कि- 'पूरे मामले में परिवार का कथन लिया गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण आगे की जांच रुकी हुई है।'

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