नक्सली हमले के बीच आया प्रेस नोट : सरकार पर बस्तर को पुलिस कैम्प में बदलने और प्रकृति के शोषण का लगाया आरोप

नक्सली हमले के बीच आया प्रेस नोट : सरकार पर बस्तर को पुलिस कैम्प में बदलने और प्रकृति के शोषण का लगाया आरोप
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शनिवार को हुए नक्सली हमले के बीच प्रेस नोट जारी कर सरकार पर पूरे बस्तर को पुलिस कैम्प में तब्दील करने का आरोप लगाया है। पढ़िए पूरी खबर...

गणेश मिश्रा-बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार को हुए नक्सली हमले के बीच माओवादियों ने प्रेस नोट जारी कर सरकार पर पूरे बस्तर को पुलिस कैम्प में तब्दील करने का आरोप लगाया है। यह नक्सली पर्चा जगरगुंडा इलाके में मिला है।

दरअसल माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी के सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर कहा है- चार महीनों में कुल 9 कैम्प खोलकर इलाके में युद्ध का माहौल तैयार किया जा रहा है। अत्याधुनिक सैन्य हेलीकॉप्टर, ड्रोन और टोही विमानों की मदद से इलाके की निगरानी की जा रही है। प्रेस नोट में आगे लिखा गया है कि, मिनपा कैम्प सहित अन्य थानों और कैम्पो में फायरिंग और बमबारी का रिहर्सल करने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार हवाई हमले भी तेज करने की तैयारी में जुटी है।

सरकार पर आदिवासियों और प्रकृति के शोषण का आरोप

इसके अलावा माओवादी नेता ने मिर्च तोड़ने और मजदूरी के लिए तेलंगाना-आंध्रप्रदेश जाने वाले मजदूरों को नक्सलियों के नाम पर गिरफ्तार करने, ग्रामीण -आदिवासी महिलाओं के साथ अश्लील हरकतें करने और उनका यौन शोषण करने का आरोप भी जवानों पर लगाया है। प्रेस नोट के जरिए माओवादी नेता ने कहा है कि, केंद्र और राज्य सरकार के नेतृत्व में जवान आदिवासियों और प्रकृति का शोषण कर रहे हैं। इससे ग्रामीण दहशत में हैं और आजीविका, परिजनों से मिलने या किसी भी शादी-समरोह में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं।

प्रेस नोट के जरिए जन-आंदोलन तेज करने की अपील

इस तरह के आरोपों के साथ माओवादी नेता ने प्रेस नोट के जरिए सभी जनवादी, देशभक्त ताकतों, लेखकों और संस्थानों से सरकार की इन नीतियों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की अपील की है।

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