एक और कोल परियोजना का विरोध : भास्कर पारा कोल ब्लॉक के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

एक और कोल परियोजना का विरोध : भास्कर पारा कोल ब्लॉक के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
X
भास्करपारा में प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से कोयला खदान खोले जाने पर प्रभावित ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने विरोध किया है। लोगों ने जनपद सदस्य के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर खदान नहीं खोले जाने की मांग की है। पढ़िए पूरी खबर...

भैयाथान। छत्तीसगढ़ में एक और कोल परियोजना का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। सूरजपुर जिले के भास्करपारा में प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड की ओर से कोयला खदान खोले जाने पर प्रभावित ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने विरोध किया है। लोगों ने जनपद सदस्य सुनील साहू के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर खदान नहीं खोले जाने की मांग की है।

दरअसल भैयाथान विकासखंड अंतर्गत भास्करपारा कोल ब्लॉक को प्रकाश इंडस्ट्रीज की ओर से खदान खोले जाने जमीन चिन्हांकन सहित पेड़ पौधों की गिनती करने की प्रक्रिया चालू है। इसका ग्रामीण आए दिन विरोध करते हैं। बीते कल क्षेत्र के जनपद सदस्य सुनील साहू के नेतृत्व में प्रभावित ग्राम के सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष भैयाथान पहुंचकर राज्यपाल के नाम एसडीएम सागर सिंह को 7 बिंदुओं में ज्ञापन सौंपा। साथ ही खदान नहीं खोले जाने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया है कि प्रकाश इंडस्ट्रीज को लीज में प्राप्त कुल 932 हेक्टेयर भूमि में आधे से अधिक वन भूमि है, जिस पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं। इसमें वन्यजीव सहित आसपास के ग्रामीण वनोपज प्राप्त कर अपना जीविकोपार्जन करते हैं।

साथ ही पर्यावरण के दृष्टिकोण से हजारों पेड़ पौधों का कटना मानवीय जीवन के लिए घातक होगा। कंपनी की ओर से अधिग्रहित क्षेत्र में वन भूमि अधिकार पत्र सहित सिंहदेव योजना अंतर्गत पट्टा दिया गया है। लेकिन आज तक राजस्व अभिलेख में दर्ज नहीं हुए हैं। तीन-चार पीढ़ियों से सरकारी भूमि पर घर बनाकर सैकड़ों परिवार अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। लेकिन ऐसे भूमि पर दूसरे लोगों का अवैध पट्टा बना हुआ है, जिसे जांचकर काबिज व वास्तविक परिवारों के नाम भू-अभिलेख में दर्ज किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने भविष्य को लेकर आशंकित व चिंतित हैं। वहीं 26 वर्ष पहले एसईसीएल की ओर से भास्कर पारा में खदान खोला गया था, जिसमें ग्रामीणों को आज तक मुआवजा व नौकरी नहीं मिला है। देखिए वीडियो-


Tags

Next Story