कोंडागांव में मेडिवेस्ट प्लांट का विरोध, सड़कों पर उतरे ग्रामीण

कोंडागांव में मेडिवेस्ट प्लांट का विरोध, सड़कों पर उतरे ग्रामीण
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मेडिवेस्ट प्लांट लगाने का विरोध ग्रामीण कई दिनों से कर रहे हैं लेकिन सुनवाई कहीं से भी नहीं होने के चलते अब ग्रामीण में आक्रोश । पढ़िए पूरी खबर-

कोंडागांव। जिला मुख्यालय के नजदीक बसे ग्राम पंचायत कोकोडी के पास मेडिकल वेस्ट प्लांट लगाने के विरोध में ग्रामीण सड़क पर उतर आए हैं। मेडिवेस्ट प्लांट लगाने का विरोध ग्रामीण कई दिनों से कर रहे हैं लेकिन सुनवाई कहीं से भी नहीं होने के चलते अब ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीण सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते नजर आए।

वहीं ग्रामीणजनों द्वारा चक्का जाम किए जाने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार, थाना प्रभारी कोण्डागांव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच स्थिति सामान्य कराने की कोशिश करते नजर आए। वहीं चक्का जाम कर जमकर नारेबाजी कर रहे ग्रामवासियों का कहना कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय कोण्डागांव से बडेकनेरा की ओर जाने वाली मार्ग पर लगभग 6 किमी दूर बसे ग्राम पंचायत कोकोडी के बस्ती के समीप मेडीवेस्ट प्लांट का निर्माण कराया जाना प्रारंभ किए जाने पर ही ग्रामवासियों को ज्ञात हुआ कि उक्त निर्माण कार्य विभिन्न अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के निपटान हेतु किया जा रहा है। जैसे ही प्लांट निर्माण का उद्देश्य एवं उससे भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याओं की जानकारी ग्रामवासियों को लगी, वैसे ही ग्रामवासियों के द्वारा सबसे पहले अपने ग्राम पंचायत, फिर जनपद पंचायत, फिर जिला पंचायत कोण्डागांव, कलेक्टर कोण्डागांव को लिखित में आवेदन देकर मेडिकल वेस्ट के निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते रहे, लेकिन कई माह बित जाने के बाद भी किसी भी तरह की कोई उचित कार्यवाही नहीं किए जाने का ही परिणाम आज चक्का जाम के रुप में देखने को मिला। कोकोडी, करंजी, बोलबोला, बडेबंजोडा आदि ग्रामों के ग्रामीणजन भी इस चक्का जाम में शामिल नजर आए।

वहीं ग्रामीणजनों द्वारा चक्का जाम किए जाने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार, थाना प्रभारी कोण्डागांव पुलिस बल के साथ मौके पर नजर आए। वहीं चक्का जाम कर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे ग्रामवासियों का कहना कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे, वहीं ग्रामीण अपने नारे में यह कहते भी सुने गए कि कलेक्टर कोण्डागांव उनके आंदोलन स्थल पर पहुंचेंगे तभी वे अपने आंदोलन को खत्म करने या नहीं करने पर फैसला करेंगे।

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