Protest : ग्रामीणों का हल्ला बोल...मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने पर फार्चून उद्योग के मुख्य गेट पर किया धरना प्रदर्शन...सौंपा ज्ञापन

Protest : ग्रामीणों का हल्ला बोल...मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने पर फार्चून उद्योग के मुख्य गेट पर किया धरना प्रदर्शन...सौंपा ज्ञापन
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ग्रामीणों ने फार्चून उद्योग के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद मूलभूत सुविधाओं की मांगों को लेकर फार्चून प्रशासन ज्ञापन भी सौंपा है।...पढ़े पूरी खबर

हेमंत वर्मा/धरसींवा- छत्तीसगढ़ के धरसींवा के कपसदा गांव में ग्रामीणों ने फार्चून उद्योग (Fortune Industries) के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन (Protest) किया। इसके बाद मूलभूत सुविधाओं की मांगों को लेकर फार्चून प्रशासन ज्ञापन भी सौंपा है। दरअसल, केद्र सरकार ने कंपनी या फैक्ट्री को कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत अपने व्यवसाय के लाभ का दो प्रतिशत समाज के लिए खर्च करना अनिवार्य कर दिया है। इसका उद्देश्य है कि कंपनी के साथ-साथ वहां के आसपास के लोगों को भी बेहतर जीवन मिले।

गांव के विकास के लिए नहीं किया जा रहा खर्च...

विरोध प्रदर्शन (Protest) के समय ग्रामीणों ने फार्चून प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के जरिए गांव के विकास पर खर्च नहीं किया जा रहा है। 6 महीने पहले ग्रामीणों ने मुलभुत सुविधा की मांग की थी। इसी मांग पर फैक्ट्री प्रबन्धन ने आश्वासन देकर ग्रामीणों को गुमराह किया है।

फैक्ट्री प्रबन्धन के खिलाफ हल्ला बोल...

बता दें, ब्लाक मुख्यालय धरसींवा से चार किलो मीटर पर बसे गांव कपसदा है। यहां की कुल आबादी लगभग तीन हजार के आसपास है। लकिन यहां पर शिक्षा की व्यवस्था 10वी तक की है। आज भी कपसदा में लोगों को मुलभुत सुविधा नहीं मिलती। वैसे तो ग्राम पंचायत के पास उद्योग खुले गए है। लेकिन विकास के सिर्फ सपने दिखाए जा रहे है। इसलिए फैक्ट्री प्रबन्धन के खिलाफ ग्रामीणों ने हल्ला बोल दिया।

कारखाना ने किया जीना मुश्किल...

ग्राम कपसदा में लगभग 13 साल पहले किसानों की जमीन पर उद्योगपति की नजर पढ़ी और ग्रामीणों के बीच ग्राम विकास के सपने दिखाए और आज फार्चून उद्योग के नाम पर कारखाना बना दिया गया। गांव वाले ठगे गए, फैक्ट्री की ध्वनि प्रदूषण और फैक्ट्री की गन्दे पानी किसानों के लिए मुशिबत बन गई है। फैक्ट्री के सामने ग्राम के सरपंच फूलचन्द साहू ,पूर्व सरपंच बलदाऊ राम साहू ग्राम पत्र तो उद्योग प्रबन्धन को देते हैं। लेकिन समाधान नहीं निकलता...

फैक्ट्री प्रबन्धन की मनमानी के बाद ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

सैकड़ो किसान और ग्रामीणों की टोली अचानक भड़क गए और फार्चून उद्योग पहुंचकर मुलभुत सुविधाओं की मांग करने लगे। फार्चून उद्योग के मेन गेट पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बताया कि, फार्चून प्लांट के निर्माण के दौरान बड़े स्तर पर गांव के किसानों की जमीन खरीदी गई और यह आश्वाशन भी दिया गया था की फैक्ट्री में किसान परिवार और आसपास के बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। साथ ही उस समय आसपास के गांव को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने समेत गांव के विकास के बड़े-बड़े वादे किए गए थे। लेकिन लंबा समय बीत जाने के बावजूद आज शिक्षा, चिकित्सा, पानी, जैसी कई मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में आज इन्हीं मांगों को लेकर फार्चून प्लांट के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया गया है और ग्रामीणों ने फैक्ट्री के सीईओ को ज्ञापन भी सौंपा है।

इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन...

सरपंच फूलचन्द साहू और पूर्व सरपंच प्रतिनिधि बलदाऊ साहू ने कम्पनी के सीईओ को विभिन्न मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा है। अपने ज्ञापन में ग्रामीणों ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण समेत विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया है। ग्रामीणों की मांग है कि, सीएसआर मद की राशि को गांव के विकास पर खर्च किया जाए।

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