रायपुर स्मार्ट सिटी का कार्य जून में होगा समाप्त, अधूरे रहे कुछ प्रोजेक्ट

हरिभूमि न्यूज : रायपुर। देेशभर के चुनिंदा 100 स्मार्ट सिटी में शामिल रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कार्य करने की मियाद जून में समाप्त हो रही है। शहर विकास को लेकर इस बीच कुछ अहम प्रोजेक्ट लाए गए, जिनमें इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, स्मार्ट बाजार, स्मार्ट पार्किंग, साइकिल ट्रेक, 24 बाई सेवन वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, तालाबों के साैंदर्यीकरण का काम, अंडर ग्राउंड सीवरेज सिस्टम, स्मार्ट रोड सहित अन्य प्रोजेक्ट शामिल रहे। इनमें कुछ प्रोेेेेेजेक्ट ऐसे रहे, जिन पर फाइलों में माथा पच्ची खूब हुई, पर धरातल पर साकार रूप नहीं ले पाए इनमें अंडर ग्राउंड सीवरेज सिस्टम, स्मार्ट पार्किंग, ई व्हीकल के लिए चार्जिंग स्टेशन, स्मार्ट बाजार के प्रोेजेक्ट शामिल हैं।
130 करोड़ का चौबीस घंटे जल आपूर्ति का प्रोजेक्ट आधा अधूरा
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने केंद्र से मिली राशि के 130 करोड़ से 24 बाई 7 वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट तैयार किया। एक साल पहले इसके लिए टेंडर कर कोल्हापुर की लक्ष्मी इंजीनियरिंग सर्विसेस कंपनी को ठेका दिया। मोतीबाग की नई पानी टंकी और गंज पानी टंकी से 14 वार्डों को इंटरकनेक्ट करते हुए उपभोक्ताओं को 24 घंटे सातों दिन सतत जल आपूर्ति करने की अहम योजना रही। एजेंसी ने इसके लिए संबंधित वार्डों में सर्वे कर डिजाइन तैयार की। 160 किलोमीटर के दायरे में पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हुआ। हाउस हाेल्ड कनेक्शन, स्काडा आटो बिलिंग सिस्टम के साथ संबंधित घरों में वाटर मीटर लगाने की योजना है। यह भी कहा गया कि इससे पानी लीकेज और पानी की चोरी जैसी शिकायतें 40 फीसदी कम हो जाएंगी। ठेका कंपनी को 5 साल तक इसका संचालन व मेंटनेंस करने की शर्त इसमें रखी गई। प्रोजेक्ट के तहत 1 साल में केवल 5 वार्डाें तक ही एजेंसी पहुंच पाई। 9 वार्ड ऐसे हैं, जहां रत्तीभर काम नहीं हो पाया। ऐसे में जून तक यह प्राेजेक्ट पूरा होना काफी मुश्किल है।
स्मार्ट पार्किंग प्रोजेक्ट धड़ाम , ठेका कंपनी को लोकेशन नहीं दिला पाए
शहरवासियों को पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने टाटा कंसलटेंसी से सर्वे करवा कर 22 जगह स्मार्ट पार्किंग की सुविधा देने चिन्हांकित किया। पीपीपी मोड पर बेंगलुरु की सीपीएस कंपनी को ठेका दिया गया। ठेका एजेंसी को शुरुआत में पुराना बसस्टैंड स्थित मल्टीलेवल पार्किंग और गांधी मैदान पर स्मार्ट पार्किंग लोकेशन पर चिन्हांकित कर दिया गया। इसमें 1 साल तक पार्किंग की सुविधा लोगों को मिली। बाकी के 20 लोकेशन पर रायपुर स्मार्ट सिटी अनुबंधित एजेंसी को जगह नहीं दिला सकी, जबकि ठेका एजेंसी ने एक नहीं कई बार इस ओर संबंधित अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया, बावजूद स्मार्ट पार्किंग के चिन्हांकित स्पाट क्लीयर नहीं होने की वजह से संबंधित एजेंसी बीच में ही ठेका छोड़कर चली गई और स्मार्ट पार्किंग प्रोजेक्ट पूरी तरह फेलवर साबित हुआ।
26 करोड़ का स्मार्ट बाजार, 1 साल में बन पाया सिर्फ स्लैब
रायपुर के शास्त्री बाजार को शहर का स्मार्ट बाजार बनाने 2 फेज में 26 करोड़ की योजना स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बनाई। पहले फेज में 11 करोड़ का तिमंजिला स्मार्ट बाजार बनना था। इसमें 84 दुकानें बननी हैं, रायपुर कंस्ट्रक्शन को इस कार्य के लिए ठेका दिया गया है। ठेका एजेंसी ने वर्कआर्डर के बाद साल भर में सिर्फ स्लैब लेवल तक कार्य किया है, वो भी अधूरा। ग्राउंड फ्लोर और बेसमेंट पार्किंग वाली इस योजना में काम की धीमी रफ्तार को देखते हुए जून तक इसके पूरा होने में संशय है। प्रोजेक्ट के दूसरे फेज में सब्जी विक्रेताओं के लिए चबूतरा बनाने, ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने और सब्जी बाजार से रोज निकलने वाले कचरे के निष्पादन के लिए प्लांट लगाने की योजना है।
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