सरपंच-सचिव का कारनामा : मृत व्यक्तियों के नाम से सालों से निकाली जा रही निराश्रित पेंशन, लोगों ने एसडीएम से की कार्रवाई की मांग

सरपंच-सचिव का कारनामा : मृत व्यक्तियों के नाम से सालों से निकाली जा रही निराश्रित पेंशन, लोगों ने एसडीएम से की कार्रवाई की मांग
X
आवेदक देवकुमार चंद्राकर, थानेश्वर साहू, देवेंद्र साहू, सुनील चंद्राकर ने बताया कि ग्राम पंचायत अपने माध्यम से जो पेंशन बांटती है, उसमें निराश्रित पेंशन हितग्राहियों के मृत्यु के बाद भी उनके हक की राशि पंचायत के खाते में आहरित कर ली गई है। इनकी मृत्यु लगभग 1 से 5 वर्ष से अधिक हो चुका है। पढ़िए पूरी खबर...

यशवंत गंजीर/कुरुद। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित जनपद पंचायत कुरुद अंतर्गत ग्राम पंचायत दहदहा के सरपंच-सचिव की ओर से मृत व्यक्तियों के नाम से निराश्रित पेंशन योजना की राशि में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत में अन्य अनियमिताओं से संबंधी कई गंभीर आरोप सरपंच पर लगे हैं। मामले की लिखित शिकायत एसडीएम से करते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की गई है।

मामले की शिकायत करते हुए आवेदक देवकुमार चंद्राकर, थानेश्वर साहू, देवेंद्र साहू, सुनील चंद्राकर ने बताया कि ग्राम पंचायत अपने माध्यम से जो पेंशन बांटती है, उसमें निराश्रित पेंशन हितग्राहियों के मृत्यु के बाद भी उनके हक की राशि पंचायत के खाते में आहरित कर ली गई है। इनकी मृत्यु लगभग 1 से 5 वर्ष से अधिक हो चुका है, जिनकी संख्या करीब 10 है। बीच-बीच में जनपद की ओर से वेरिफिकेशन के लिए आदेश भी जारी हुआ है, लेकिन इतने वर्षों तक गलत जानकारी देकर पंचायत पैसा आहरण करता रहा, जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र भी पंचायत ने ही जारी किया है। किसी भी मृतक के परिवार को इसकी जानकारी नहीं है। सरपंच-सचिव की मिली भगत से कई वर्षों से इस तरह से मृतकों के नाम से पैसा निकाला जा रहा है। सरपंच ने इसके पूर्व मनरेगा के कार्य में फर्जी हाजिरी डालकर शासन के पैसा का हेराफेरी किया है। इनके ऊपर धारा 40 के तहत पद से बर्खास्त कर उचित दण्डात्मक कार्रवाई करने की मांग है।

इन मृतकों के नाम से निकाली गई है राशि

शिकायकर्ता टिकेंद्र चंद्राकर, कौस्तुक चंद्राकर, हरि विश्वकर्मा आदि ने सूचना के अधिकार के तहत जुटाई गई जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत दहदहा के मृत व्यक्ति विशाल पिता गंगाराम 8,000 रुपए, उमा पति जागेश्वर 4,200 रुपए, वासुदेव पिता माखन 2,000 रुपए, बृजभूषण पिता रमाकांत 4,200 रुपए, मिलवंतीन पति जीवरखन 19,000 रुपए, प्रेमनाथ पिता सुखराम 5,000 रुपए, केशर पति खोरबाहरा 2,000 रुपए और राजबाई पति अर्जुन 8,000 रुपए, इसके अलावा कमलेश्वरी नाम की महिला जो कि दहदहा की नहीं है, उसके नाम से राशि निकाली जा रही है। अब तक उक्त अनुमानित राशि करीब 50 हजार रुपए तक पहुंच चुकी है। इसकी तत्काल जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

हमने कोई हेराफेरी नहीं की

इस संदर्भ में सरपंच डीलन चंद्राकर का कहना है कि हमने किसी भी मृत व्यक्तियों के निराश्रित पेंशन के पैसों का हेराफेरी नहीं किया है। बल्कि मैं खुद दो माह से सचिव को इस पैसे को जनपद के खाते में जमा करने को कहा हूं। पंचायत के काम में कोई भर्राशाही नहीं है। मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार है।

मानवीय और तकनीकी त्रुटि से ऐसा हुआ

सचिव तेजराम अंसारी का कहना है कि पेंशन ले रहे मृत व्यक्तियों की जानकारी हम जनपद को भेजते हैं, लेकिन मानवीय और तकनीकी त्रुटि के कारण बाकी निराश्रितों के साथ उनके नाम से पैसा पुनः पंचायत के खाते में आ जाता है। इसे प्रतिवेदन के साथ पुनः जनपद के खाते में जमा कर दिया जाएगा।

जांच के बाद दोषी पर होगी कार्रवाई

कुरुद एसडीएम सोनाल डेविड ने कहा कि, इस पूरे मामले में निष्पक्षता पूर्वक जांच करने का निर्देश जनपद पंचायत कुरुद के सीईओ को देकर एक सप्ताह के भीतर जांच की कॉपी प्रस्तुत करने कहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई किया जाएगा।

Tags

Next Story