अपनी मांगों पर अड़े स्कूल सफाई कर्मचारी : मानदेय में 300 रुपये की प्रतिमाह बढ़ोत्तरी मंजूर नहीं, सीएम के साथ वार्ता भी विफल

अपनी मांगों पर अड़े स्कूल सफाई कर्मचारी : मानदेय में 300 रुपये की प्रतिमाह बढ़ोत्तरी मंजूर नहीं, सीएम के साथ वार्ता भी विफल
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संघ के मुताबिक प्रदेश के ज्यादातर स्कूलों में चपरासी का पद रिक्त होने के कारण स्कूल सफाई कर्मचारियों से स्कूलों में पूरे दिन काम लिया जाता है। संघ ने अपनी सभी मांगों को स्कूल शिक्षा सचिव को 3 अगस्त की बैठक में अवगत कराया था... फिर क्या हुआ... पढ़िए...

रायपुर। छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ की सीएम के साथ वार्ता विफल हो गई है। स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के मुताबिक सरकार ने उनका मानदेय प्रतिमाह केवल 300 रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है जो इन्हें मंजूर नहीं है।


छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के मुताबिक 43,301 कर्मचारी लगभग 12 साल से स्कूलों में सफाई का काम कर रहे हैं। जिनको 2 घंटे के काम पर केवल 2300 रुपये 6प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जाता है। संघ के मुताबिक प्रदेश के ज्यादातर स्कूलों में चपरासी का पद रिक्त होने के कारण स्कूल सफाई कर्मचारियों से स्कूलों में पूरे दिन काम लिया जाता है। संघ ने अपनी सभी मांगों को स्कूल शिक्षा सचिव को 3 अगस्त की बैठक में अवगत कराया था, जिसमें सचिव ने आश्वस्त किया था कि आप लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सकारात्मक पहल की जाएगी।

20 अगस्त को हुई बैठक

परंतु 20 अगस्त को मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव के मध्य सीएम निवास में बैठक हुई जिसमें 300 रुपये प्रतिमाह मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्ताव को कर्मचारी संगठन ने स्वीकार नहीं किया है। संगठन ने कहा है कि सरकार हमारी पूर्णकालीन कलेक्टर दर की मांगों पर पुनः विचार करें। संघ ने कहा है कि 24 अगस्त तक पुनः विचार कर सकारात्मक जवाब नहीं आने पर कर्मचारी संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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