राशन खा रहा दुकानदार : तीन महीने से नहीं मिला सौ से ज्यादा हितग्राहियों को चावल, शक्कर, चना, नमक...

राशन खा रहा दुकानदार : तीन महीने से नहीं मिला सौ से ज्यादा हितग्राहियों को चावल, शक्कर, चना, नमक...
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जहां की ग्राम प्रधान ही अपनी जनता की मूलभूत सुविधाओं पर नजर टिकाए बैठी हो वहां की प्रजा को न्याय की उम्मीद करना खुली आंखों से सपना देखने के बराबर है। आम जनता अपने और अपने परिवार का पेट करने के लिए त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। लेकिन ग्राम प्रमुख और सचिव है कि हितग्राहियों की व्यथा को अनसुना कर पूर्ण राशन दिलाने की बजाय अपने संचालक पुत्र के समक्ष अपनी व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्धि के लिए नतमस्तक हो रहे हैं।

कोटा। एक ओर जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भेंट मुलाकात अभियान चलाकर आम जनता की समस्या से रूबरू होकर समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बिलासपुर जिले के कोटा विकासखंड अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में संचालक हितग्राहियों को प्रधानमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत मिलने वाला अतिरिक्त 5 किलो चावल का आवंटन खुलेआम गबन कर रहे हैं।

दरअसल ग्राम पंचायत नेवारी बहरा की शासकीय उचित मूल्य की दुकान क्रमांक 402003098 का संचालन मार्च 2021 से ग्राम पंचायत की ओर से ग्राम प्रमुख का बेटा कर रहा है। पंचायत अंतर्गत 383 हितग्राही को शासन की खाद्यान्न योजना का लाभ मिलना हैं। जहां पूर्ण आवंटन होने के बाद भी संचालक की ओर से गड़बड़ी करते हुए हितग्राहियों को हर माह चावल की कमी होने का हवाला देते हुए समय पर राशन वितरण नहीं किया जा रहा है।माह मार्च-अप्रैल में लगभग 100 हितग्राही अभी भी चावल, शक्कर, चना, नमक लेने से वंचित है। संचालक की ओर से प्रतिमाह विधिवत मूल चावल के साथ मिलने वाले अतिरिक्त चावल को ऑनलाइन में भी भरा जा रहा है।लेकिन हितग्राहियों तक नहीं पहुंच रहा है। हेराफेरी रोकने सरकार की ओर से की गई ऑनलाइन राशन वितरण पद्धति संचालकों के लिए संजीवनी का काम कर रही है तो वहीं हितग्राहियों के लिए गले की फांस बन गई है। जिस पर रोक लगाने में खाद्य विभाग लगातार विफल साबित हो रही है।

3 माह से भटक रही बुजुर्ग महिला पर सुनने वाला कोई नहीं

बुजुर्ग महिला जय बाई अपनी नातिन के साथ विगत कई वर्षों से राज्य सरकार की योजना के भरोसे जीवन यापन कर रही है। लेकिन वह भी अब बुजुर्ग के लिए टेढ़ी खीर हो गई है। विगत 3 माह से महिला राशन लेने भटक रही है।जहां उन्हें हर बार फिंगर नहीं मिलने की वजह बता कर वापस भेज दिया जाता है। समस्या का निदान करने बुजुर्ग ने पुनः सत्यापन जरूरी दस्तावेज भी जमा कर दिया है। बावजूद इसके समाधान नहीं हो सका। हालात अब बुजुर्ग की इतनी दयनीय हो चुकी है कि उन्हें स्वयं के साथ अपने नातिन का पेट भरने पड़ोसियों के भरोसे रहना पड़ रहा हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

नेवारी बहरा सचिव कुसुम किरण कुजूर ने कहा कि हितग्राहियों को चावल कम देने की जानकारी मुझे नहीं है। सरपंच के बेटे की ओर से राशन दुकान का संचालन किया जा रहा है। हितग्राहियों को यदि अतिरिक्त चावल नहीं मिल रहा है तो मैं जाकर इसकी जानकारी लूंगी। वहीं कोटा एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने कहा कि अतिरिक्त चावल वितरण नहीं करने की शिकायत लगातार मिल रही है। इसकी सभी केंद्र में जाकर जांच किया जा रहा है।जांच के बाद एक साथ संयुक्त कार्यवाही की जाएगी। देखिए वीडियो-





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