जली कार में कंकाल SECL कर्मी का निकला : मौत का रहस्य बरकरार, हत्या के एंगल से जांच शुरू

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा और रायगढ़ जिले की सीमा पर कोल माइंस कर्मी की कार में उसका जला हुआ कंकाल मिला। बताया जा रहा है कि जलती हुई कार को देखकर स्थानीय लोगों ने तुरंत इस घटना कि जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने पानी डालकर आग बुझाई। मामला कापू थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार, सरगुजा जिले के स्थित मैनपाट और कापू मार्ग पर आस-पास के लोगों ने जलती हुई कार देखी थी। कार सवार को बचाने के लिए जब लोग पास गये तो अंदर जलता हुआ एक नरकंकाल दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस भी पहुंच गई उन्होंने देखा कि कार से धुआं निकल रहा है और नरकंकाल भी जल रहा था। पुलिस ने पानी डालकर आग बुझाई। कार का ड्राइवर लापता है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
लोहे की अंगूठी, जींस के बटन हुई पहचान
पुलिस ने बताया कि मृत व्यक्ति की पहचान पत्थलगांव सुखरापारा निवासी 50 साल राम कुजूर के रूप में हुई है। वह रायगढ़ एसईसीएल में नौकरी करता था। इस घटना कि जानकारी जब परिजनों को दि गई तो राम कुजूर की पत्नी मौके पर पहुंच गई। जहां उसने कंकाल के साथ मिले लोहे की अंगूठी, जींस के बटन और हाथ में पहने जाने वाले कड़े से उसकी पहचान की। पुलिस ने कार और कंकाल को सुरक्षित रख लिया है इसका पोस्टमॉर्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया जाएगा। कापू थाना प्रभारी बीएस पैकरा ने बताया कि वे कंकाल का डीएनए टेस्ट भी करवाएंगे।
आरटीओ के पोर्टल से गाड़ी मालिक का लगा पता
पुलिस को स्विफ्ट कार के नंबर प्लेट से नंबर मिला। इसके जरिए से आरटीओ के पोर्टल से गाड़ी मालिक का पता लगा। मृतक के भतीजे संदीप कुजूर का कहना है कि दो दिन पहले ही उसका चाचा राम कुजूर छुट्टियों में गांव आया था। इसके बाद सरगुजा के सीतापुर से लगे गांव टांगरसूर में उसकी बड़ी सास की मौत हो गई थी। जहां वो अपनी पत्नी के साथ गया। वह अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद पत्नी को वहीं छोड़ विजयनगर चला गया था। जहां वह जमीन खरीदकर खेती करता था।
मृतक खेती करने वाले लोगों के घर रुका था
धान बेचने के लिए उसने पहले से टोकन कटवाया हुआ था। राम कुजूर ने विजयनगर में धान को ट्रैक्टर में लोड करवाकर रखा था। इसके बाद रात में विजयनगर में ही खेती करने वाले लोगों के घर में रुक गया। सुबह उसके चाचा कार से और ट्रैक्टर को लेकर उसका चालक निकल गए। विजयनगर से कुछ दूर पर ही धान खरीदी केन्द्र था, लेकिन इसके बाद भी आखिर उसकी कार विजयनगर से 15 किलोमीटर दूर मैनपाट मार्ग पर कैसे आ गई और उसकी हत्या कर दी गई।
रास्ते के सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके साथ कौन वहां तक आया था। ये लोग कहां से आ रहे थे। फिलहाल रास्ते के सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं। हत्या के बाद कार में किसने आग लगाई। जले हुए कार के ढांचे को देखने से साफ पता चल रहा है कि हत्या से पहले कार पर हमला किया गया और लाश को कार की डिग्गी में डालकर मैनपाट के रास्ते में लाकर छोड़ने के बाद में आग लगाई गई है।
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