Soldier Suffering From Malaria: 15 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयर एंबुलेंस से भेजा दिल्ली

Soldier Suffering From Malaria: 15 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयर एंबुलेंस से भेजा दिल्ली
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नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया है। जवान की हालत को देखते हुए डिमरापाल अस्पताल से जगदलपुर दंतेश्वरी एयरपोर्ट तक 15 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। पढ़िए पूरी खबर...

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे एयर एंबुलेंस (Air Ambulance) से दिल्ली (Delhi) भेजा गया है। एयर एंबुलेंस को हैदराबाद से बुलाया गया। बताया जा रहा है कि, जवान मलेरिया (Malaria) से पीड़ित है और उसकी हालत गंभीर है। जवान की हालत को देखते हुए डिमरापाल अस्पताल (Dimrapal Hospital) से जगदलपुर दंतेश्वरी एयरपोर्ट तक 15 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) बनाया गया था। जवान मलेरिया से पीड़ित है।

बता दें कि, जवान अकन राव बीजापुर जिले में CRPF 153 वीं बटालियन में पदस्थ है। 28 जुलाई को तबीयत बिगड़ने पर उसे जगदलपुर के डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसका उपचार चल रहा था। मगर हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे बेहतर उपचार के लिए दिल्ली भेजने का फैसला लिया। इसके बाद हैदराबाद से एयर एंबुलेंस को बुलाया गया और जवान को दिल्ली के एम्स अस्पताल (AIIMS Hospital) भेजा गया। जवान के साथ कुछ जवान और डाक्टर्स की टीम भी रवाना हुई।

जवान की हालत गंभीर

डॉक्टर नवीन दुलहानी ने बताया कि, मलेरिया जवान के सिर पर चढ़ गया है। इस वजह से कंडीशन क्रिटिकल और बेहतर उपचार के लिए जवान को दिल्ली भेजा गया है।

जानिए क्या है ग्रीन कॉरिडोर

ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) एक निश्चित समय के लिए मार्ग को किसी मरीज के लिए खाली कराना या ट्रैफिक कंट्रोल करने को कहते हैं। इसे मेडिकल इमरजेंसी जैसे कि, मरीज की क्रिटिकल स्थिति को देखते हुए बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में अस्पताल प्रबंधन और पुलिस मिलकर मरीज को एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल तेज रफ्तार एंबुलेंस में ट्रांसफर करती है। इसके तहत हॉस्पिटल पहुंचाने के लिए रास्ते पर आने वाले ट्रैफिक को 60-70 प्रतिशत तक कम करने की कोशिश करती है।

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