राजनांदगांव में राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता, कलेक्टर ने सुनाई अर्जुन की कहानी

राजनांदगांव में राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता, कलेक्टर ने सुनाई अर्जुन की कहानी
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स्वर्गीय अभिलेख अग्रहरि की स्मृति में आयोजित किया गया राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता, प्रदेश के विभिन्न जिलों से तीरंदाजी खिलाड़ी हुए शामिल। पढ़िए पूरी खबर-

राजनांदगांव। स्वर्गीय अभिलेख अग्रहरि की स्मृति में राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में किया गया। आयोजन में कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक डी श्रवण ने राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रतियोगिता में जीतने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।

कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि तीरंदाजी देश का प्राचीन खेल रहा है। महाभारत के समय में अर्जुन ने पानी में मछली के आंख को देखते हुए निशाना लगाया था। इस खेल के लिए लगन और एकाग्रता की जरूरत होती है। वर्तमान में प्रदेश के खिलाड़ी इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। यहां आदिवासी क्षेत्रों में निवास करने वाले प्रतिभागियों का निशाना बहुत अच्छा होता है। इन क्षेत्रों में सांस्कृतिक रूप से धनुष से शिकार करने की परंपरा होती है। वर्तमान तकनीक के अनुरूप इन प्रतिभागियों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।

प्रशिक्षण के माध्यम से गुणवत्ता में सुधार होगा। इससे छत्तीसगढ़ से प्रतिभागी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होंगे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी का क्षेत्र बढ़ा है, जहां प्रतिभागी को आगे बढऩे का अधिक अवसर मिलेगा। शासन की ओर से तीरंदाजी में विभिन्न तकनीक से प्रशिक्षण देने और गुणवत्ता में सुधार के लिए 3 लाख 40 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है। पुलिस अधिक्षक डी श्रवण ने विभिन्न जिले से इस प्रतियोगिता में भाग लेने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी बहुत ही रोमांचक खेल है।

प्रदेश के प्रतिभागियों के लिए तीरंदाजी का क्षेत्र बढ़ा है। यहां प्रशिक्षण की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। इससे प्रदेश के प्रतिभागियों के राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चयन होने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर सीएसपी मणीशंकर चंद्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 150 खिलाडिय़ों ने भाग लिया। जिन्होंने तीरंदाजी में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर किया। इंडियन राऊण्ड के सीनियर बालक वर्ग में बिलासपुर के संदीप कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त कर बाजी मारी तथा राजनांदगांव के चंदन साहू ने द्वितीय स्थान एवं बिलासपुर के धनीराम मरावी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं सीनियर बालिका वर्ग में बिलासपुर के ही मांग बाई ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा राजनांदगांव की माया बघेल ने द्वितीय स्थान एवं राजनांदगांव की रश्मि साहू तीसरे स्थान पर रही। जूनियर बालक वर्ग में बिलासपुर के नकुल सिंह ने प्रथम स्थान तथा बिलासपुर के विकास कुमार ने दूसरे तथा कोरबा के भीष्मराज जांगड़े ने तीसरा स्थान हासिल किया।

जूनियर बालिका वर्ग में कोरबा की माही जांगड़े ने प्रथम स्थान एवं राजनांदगांव की पल्लवी ने द्वितीय तथा राजनांदगांव की हर्षिता साहू ने तीसरा स्थान पर रही। इसी तरह रिकर्व में जूनियर बालक वर्ग में बिलासपुर के रोहित प्रथम स्थान एवं बिलासपुर के विरेन्द्र दूसरे स्थान तथा दुर्ग के पूर्व साहू तीसरे स्थान पर रहे। वहीं रिकर्व में जूनियर बालिका वर्ग में रायपुर की दुर्गेश नंदनी प्रथम स्थान, सरगुजा की नेहा कुजूर द्वितीय स्थान और सरगुजा की पूजा तिर्की तृतीय स्थान हासिल करने में सफल रहीं। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वाति स्पोट्र्स, अभिलेख वेलफेयर फाउण्डेशन, शांति विजय सेवा समिति, संस्कारधानी तीरंदाजी संघ द्वारा राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता राज्य के तीरंदाज खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के साथ खिलाडिय़ों में खेल भावना एवं अनुशासन को विकसित करने के लिए आयोजित की गई, यहां लगातार दूसरे वर्ष इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

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