'अक्षय-मुहूर्त' के लिए मंगाए गए 2000 करोड़ के जेवर, कपड़े, वाहन का स्टॉक डंप

अक्षय-मुहूर्त के लिए मंगाए गए 2000 करोड़ के जेवर, कपड़े, वाहन का स्टॉक डंप
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कारोबारी परेशानी में, कर्ज लेकर मंगाया स्टॉक, अब करना होगा धनतेरस तक इंतजार

रायपुर. अक्षय तृतीया के लिए राजधानी रायपुर के साथ प्रदेश के सराफा, कपड़ा, आटोमोबाइल्स, इलेक्ट्राॅनिक्स, फर्नीचर, बर्तन सहित अन्य काराेबारियों ने थोक में स्टाॅक मंगाकर रखा है। अब यह करीब दो हजार करोड़ का स्टॉक डंप हो गया है। लॉकडाउन में दुकानें न खोलने के आदेश के कारण इस बार भी फूटी-कौड़ी का कारोबार नहीं होगा। कारोबारी इसे लेकर परेशानी में हैं, ज्यादातर कारोबारियों ने बैंकों से ऋण लेकर स्टॉक मंगाया है। अब उन्हें धनतेरस तक इंतजार करना पड़ेगा।

कोरोना कहर के चलते प्रदेश में 10 अप्रैल से लॉकडाउन चल रहा है, जिसे तीन बार बढ़ाया गया। तीसरी बार का लॉकडाउन 6 मई को समाप्त होने से पहले संभावना थी कि इस बार लॉकडाउन के स्थान पर अनलाॅक-1 किया जाएगा और इसमें अक्षय तृतीया को देखते हुए शादी-ब्याह के सामान बेचने वालों को छूट मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अभी कोरोना की रफ्तार को देखते हुए जरूरी सामानों के व्यापार की ही छूट दी गई है। ऐसे में शादी के सामान का कारोबार करने वालों को बड़ा झटका लगा है।

अन्य कारोबार चार सौ करोड़ का

अन्य कारोबार की बात करें तो इलेक्ट्राॅनिक में फ्रिज, एलईडी टीवी, मोबाइल के साथ अन्य सामानों में फर्नीचर, बर्तन और अन्य सामानों का भी बड़ा कारोबार होता है। इन सबको मिलाकर चार सौ करोड़ का कारोबार हो जाता है। जिन भी कारोबारियों ने स्टॉक मंगाकर रखा है, सबका स्टॉक डंप हो गया है।

कपड़ों का सात सौ करोड़ का स्टॉक

सबसे बड़ा झटका इस समय कपड़ा कारोबारियों को लगा है। पंडरी कपड़ा बाजार के अध्यक्ष चंदर विधानी का कहना है, अक्षय तृतीया में कपड़ों का सबसे ज्यादा कारोबार राजधानी रायपुर के साथ पूरे प्रदेश में होता है। इसी समय ईद भी रहती है, ऐसे में कारोबार ज्यादा होता है। उनका कहना है, अकेले रायपुर में करीब दो सौ करोड़ का कारोबार हो जाता है। पूरे प्रदेश में करीब सात सौ करोड़ का स्टॉक मंगाकर कारोबारियों ने रखा है, क्योंकि इतने का कारोबार हो जाता है। ज्यादातर कारोबारी बैंक लिमिट लेकर स्टाॅक मंगाते हैं। ऐसे में अब उनको धनतेरस तक ब्याज की भरपाई करनी पड़ेगी। इससे कारोबारियों को बहुत नुकसान होगा।

पांच सौ करोड़ का सोने-चांदी का कारोबार

रायपुर सराफा संघ के उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण लाहोटी का कहना है, सराफा में साल में दो बार ही सबसे ज्यादा खरीदारी होती है। इसमें पहला अवसर अक्षय तृतीया का रहता है। इस बार तो अक्षय तृतीया के साथ 14 मई काे ईद भी है। इसी के साथ इस दिन शुक्रवार भी है। इस दिन तो सोने की खरीदारी बहुत शुभ रहती है। अगर बाजार खुला रहता तो इस बार बहुत ज्यादा कारोबार होता। कारोबारियों ने पांच सौ करोड़ से ज्यादा का स्टॉक मंगाकर रखा है, लेकिन अब सारा स्टॉक डंप हो जाएगा।

चार सौ करोड़ का वाहन कारोबार

अक्षय तृतीया में होना वाला आटोमोबाइल्स का कारोबार तीसरा बड़ा कारोबार है। आटोमोबाइल्स कारोबारी पुनीत पारवानी के मुताबिक शादियों के लिए भारी संख्या में दोपहिया के साथ चारपहिया वाहनों की बिक्री होती है। इस सीजन में 50 हजार वाहन बिकते हैं, इनमें सबसे ज्यादा 40 हजार के आसपास दोपहिया वाहन रहते हैं। बाकी कारें और कर्मिशयल वाहन रहते हैं। कुल मिलाकर करीब चार सौ करोड़ का कारोबार हो जाता है। सभी कारोबारियों ने स्टॉक मंगाकर रखा है, सबका स्टॉक जाम हाे गया है।

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