गर्मी की छुट्टियों में छात्रों को अजीबो-गरीब टास्क, मामा-फूफा के गांव की करेंगे तफ्तीश, लिखेंगे आत्मकथा

गर्मी की छुट्टियों में छात्रों को अजीबो-गरीब टास्क, मामा-फूफा के गांव की करेंगे तफ्तीश, लिखेंगे आत्मकथा
X
ग्रीष्मकालीन अवकाश में छात्रों को व्यस्त रखने के लिए जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा नया प्रयोग किया जा रहा है। पहली से बारहवीं कक्षा तक छात्रों को प्रोजेक्ट दिए गए हैं। इस प्राेजेक्ट को आमाराइट नाम दिया गया है। इसके अंतर्गत दिए गए कार्य भी अजीबो-गरीब हैं। छात्रों को मामा के गांव से संबंधित चीजों के नाम लिखने हैं तथा अपनी जीवनी भी इन छुट्टियों के दौरान लिखनी है।

रायपुर. ग्रीष्मकालीन अवकाश में छात्रों को व्यस्त रखने के लिए जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा नया प्रयोग किया जा रहा है। पहली से बारहवीं कक्षा तक छात्रों को प्रोजेक्ट दिए गए हैं। इस प्राेजेक्ट को आमाराइट नाम दिया गया है। इसके अंतर्गत दिए गए कार्य भी अजीबो-गरीब हैं। छात्रों को मामा के गांव से संबंधित चीजों के नाम लिखने हैं तथा अपनी जीवनी भी इन छुट्टियों के दौरान लिखनी है।

सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा द्वारा जारी आदेश के अनुसार छात्रों को ये प्रोजेक्ट 30 जून तक पूरे करने होंगे। ऑनलाइन माध्यम से प्रोजेक्ट का प्रचार-प्रसार होगा। इसकी मॉनिटरिंग भी वेबिनार के माध्यम से की जाएगी। शिक्षक छात्रों को ऑनलाइन मार्गदर्शन भी देंगे। छात्रों को ये प्रोजेक्ट वर्क स्कूल खुलने पर जमा करने होंगे। प्राेजेक्ट वर्क के आधार पर छात्रों को तीन श्रेणी-ए, बी और सी प्रदान की जाएगी। अगले सत्र के आंतरिक मूल्यांकन की अंकसूची में इन श्रेणियों का जिक्र होगा।

जानिए.... किस कक्षा के छात्रों को मिला कौन से काम

पहली-दूसरी कक्षा - पेड़, पत्ती, फूल, फल, थाली, गिलास, कटोरी, मटका, चूहा में से किसी पांच के चित्र बनाएं। रंग के अनुसार घरेलू सामग्री जैसे-कपड़े, बटन, खिलौना आदि एकत्र करना। मामा और फूफा के गांव का नाम।

तीसरी-चौथी कक्षा- बीजों का संग्रह कर उसके छोटे पैकेट बनाएं तथा उनके उपयोग लिखें। टीवी पर देखे जाने वाले कार्टून का नाम और उससे क्या सीखा, ये बताएं। सुबह से शाम तक की दिनचर्या बताएं। घर का नक्शा बनाकर रंग भरें।

पांचवीं कक्षा- छात्र घर, बाड़ी अथवा खेत में एक पेड़ लगाएं, हर सप्ताह इसकी ऊंचाई मापकर फाइल में दर्ज करें। मामा गांव में पाई जाने वाली वस्तुओं के नाम लिखें। गांव में पाए जाने वाले पत्थर और मिट्टियों के नाम। खिड़की-दरवाजों की लंबाई-चौड़ाई मापकर क्षेत्रफल ज्ञात करना।

छठवीं कक्षा- घर की रसाेई में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों के नाम लिखें। वाहनों के नाम उनके चक्कों के आकार के अनुसार लिखें। गांव का इतिहास लिखें। पेड़ लगाकर हर सप्ताह ऊंचाई नापें।

सातवीं कक्षा- गांव, शहर व बाजार में मिलने वाली वस्तुओं के नाम और मूल्यों की सूची बनाएं। अपनी आत्मकथा लिखें।

आठवीं कक्षा- आसपास के सफल व्यक्तियों की सूची बनाएं। गर्मी की छुट्टी में किए गए कार्यों का ब्याेरा तैयार करें।

नवमी कक्षा- विद्यालय के आसपास स्थित कार्यालयों के नाम, आंगन-परछी का क्षेत्रफल। दादा-दादी, नाना-नानी के बारे में 10 वाक्य लिखें।

दसवीं कक्षा- आपके गांव-शहर में घटित चर्चित घटना पर शोधपरक लेख, आपके द्वारा लगाए गए पेड़ में डाली जाने वाली खाद का नाम तथा गड्ढे अथवा गमले का आयतन।

ग्यारवीं-बारहवीं कक्षा- गांव की जनगणना करें-कुल परिवार, शासकीय नौकरी करने वाले परिवार, कृषक परिवार, मजदूर परिवार सहित अन्य जानकारी। गांव अथवा शहर में हाट-बाजार खुलने व बंद होने का समय, व्यापारियों व ग्राहकों की संख्या आदि की सूची तैयार करें।

Tags

Next Story