सक्सेस स्टोरी : कोरोना रिकवरी में बिलासपुर अव्वल, 75% मरीज हो चुके हैं स्वस्थ्य

बिलासपुर। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक बिलासपुर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बेहतर स्वास्थ्य लाभ की सुविधा मुहैया कराने और संक्रमित मरीजों की रिकवरी रिपोर्ट में पूरे छत्तीसगढ़ में अव्वल रहा। एक तरफ जहां कोरोना मरीजों के बढ़ते आंकड़ों ने मुश्किलें बढ़ा रखी हैं, वहीं दूसरी तरफ मरीजों के स्वस्थ्य होने के रिकवरी रेट के आंकड़ों ने काफी हद तक राहत दी है।
इस रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ के सभी 28 जिले शामिल हैं, जिसमें बिलासपुर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6,483 व रिकवरी करने वाले मरीजों की संख्या 4,882 है। 75 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान पर कब्जा जमाने में सफलता हासिल की है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर कोरोना पाजिटिव होने के बावजूद भी जिला प्रशासन का मोर्चा संभाले रखा था, जिसके परिणाम स्वरुप स्वास्थ्य विभाग के अलग-अलग डिपार्टमेंट के जमीनी और प्रशसनिक अधिकारियों को फ्लोर पर तैनात कर अलग-अलग चुनौतियां दी थी। यही वजह रही कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्राइमरी स्टेज पर नियंत्रण करने और बिना अस्पताल में एडमिट हुए घर में ही रह कर होम आइशोलेशन की घोषणा और उपचार के लिए चिकित्सीय विशेषज्ञों की टेलीफोनिक सुविधा मुहैया कराने वाला छत्तीसगढ़ का पहला जिला होने का तमगा भी हासिल किया।
नगर निगम के द्वारा कन्टेंमेंट जोन और होम आइशोलेशन वालें मरीजों की 20 टीम गठित कर निगरानी की जा रही है। इतना ही नहीं कोरोना मरीजों को एडमिट होने के लिए निजी और सरकारी अस्पताल में बिस्तर की वास्तविक स्थिति और बेड की उपलब्धता की जानकारियां बिलासपुर जिले ऑफिशियल अकाउंट पर नितदिन शाम 5:30 बजे अपडेट भी किया जा रहा है, जिससे बिलासपुर शहर और अंचल के मरीजों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए भटकना ना पड़े।
इसी तरह स्टेट के अलावा जिला प्रशासन ने भी टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 7477052129 जारी किया है, जिसमें कॉल करके कोरोना से लक्षित मरीज अपने संक्रमण और लक्ष्ण की जानकारी साझा करके चिकित्सीय जांच और स्वास्थ्य लाभ भी ले सकते है। वहीं घर में रहने के दौरान में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य टीम की ओर से दवाइयां भी मुहैया की जा रही है। बिलासपुर की रिकवरी रैंकिंग को लेकर चेंबर ऑफ़ कामर्स, सामाजिक संगठन और व्यापारियों समेत लोगों में ख़ुशी और राहत की लहर दौड़ उठी है।
इस संबंध में बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने INH 24X7 से बातचीत में बताया कि कोरोना संक्रमण का चैन ब्रेक करना मुश्किल नहीं बल्कि जागरूकता और सावधानी है। उनका कहना है कि कोरोना की जंग हम जरुर जीतेंगे, बशर्ते हमें लॉकडाउन और शासन की एड्वाजरी के संग चलना होगा और उसका पालन भी करना होगा। मेरे लिए मुश्किल भरा दौर तब था जब मैं कोरोना पाजिटिव संक्रमित था, और बुखार ने मुझे काफी परेशान भी किया। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले में कोरोना मुक्त अभियान चलाया गया और मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिलाने की दिशा में काम किया गया! इस दौरान अस्पतालों में एडमिट मरीजों को समय-समय पर दवा और ताजा गर्म भोजन दिया जाने लगा। वहीं अस्पतालों में साफ़-सफाई और क्लीन टॉयलेट की सुविधा भी मिलने लगी। इसी तरह कोरोना संक्रमित होने पर ना घबराने और ना डरने के लिए जागरूकता वीडियो डिस्ट्रिक्ट बिलासपुर के पेज पर शेयर किया गया और सोशल मीडिया पर बिलासपुर जिला प्रशासन का वीडियो खूब वायरल होने लगा, जिससे लोगो में हिम्मत और हौसला बढ़ने लगा।
इस संबंध में समाज सेवक रामावतार अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के सार्थक प्रयास से कोरोना संकट से जूझ रहें हैं। बिलासपुर को रिकवरी की दिशा में बड़ी सफलता हासिल हुई है। उनका लॉकडाउन के लिए सही समय पर लिया गया निर्णय और सब्जी बाज़ार, किराना दूकान समेत उन सभी प्रतिष्ठानों को बंद कर कोरोना को कम्युनिटी में स्प्रेट होने से रोकने के लिए सख्त आदेश जारी करना सराहनीय साबित हो रहा है! इसी तरह सार्थक पहल ने जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई के घेरे में लाकर कोरोना जंग में पुरे छत्तीसगढ़ में मिशन सक्सेस और बेस्ट डिस्ट्रिक्ट के टॉप श्रेणी में शामिल कर प्रशंसनीय कार्य किया है।
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