बात-बात पर ब्रेकअप के दौर में ऐसा प्यार! प्रेमी ने जहां फांसी लगाई, तीन दिन बाद प्रेमिका भी वहीं फंदे पर झूल गई...

अम्बिकापुर। जहां आज के दौर के युवा गर्लफ्रेंड-बायफ्रेंड बात-बात पर ब्रेकअप कर लेते हैं। आज ब्रेकअप कल दूसरा फ्रेंड बनाने की तैयारी के इस जमाने में कोई युवती अपने प्रेमी को इस हद तक चाहे कि अपनी जान ही दे दे... तो आश्चर्य होता है। जी हां सरगुजा में इस युवती के प्रेमी ने तीन दिन पहले ही एक मोबाइल टावर से लटककर जान दे दी। आज उसी टावर पर, उसी जगह प्रेमिका भी फंदे पर लटकी मिली है।
ये अनहोनी सी लगने वाली सच्ची कहानी सरगुजा की है। जहां युवती और युवक एक ही गांव के रहने वाले थे। लेकिन अलग-अलग जाति के थे। दोनों के बीच पहले से प्रेम संबंध था, लेकिन परिजन तैयार नहीं थे। उन्होंने साल 2017 में युवती की शादी कहीं और कर दी। हालांकि युवती कुछ समय ससुराल में रहने के बाद मायके आ गई और प्रेमी से मिलना शुरू कर दिया। इसी बीच मई में परिजनों ने युवक की शादी दूसरी लड़की से कर दी। इसके बाद भी युवती और युवक का मिलना जारी रहा।
इसी बीच गुरुवार की रात युवक घर से निकला और मोबाइल टावर पर चढ़कर युवती के समाने फांसी लगा ली। युवती ने पहले युवक के घर जाकर उसके परिवार वालों को बताया। इसके बाद दौड़ते हुए वापस टावर के पास पहुंची और फांसी लगाने चढ़ने लगी लेकिन गांवों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उसे रात में थाने ले आई। परिजनों को बुलाया। समझाने के बाद सुबह युवती को परिजनों के साथ वापस भेज दिया था। रात को घर के सभी लोग खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने घर के पास ही लगे मोबाइल टावर से युवती का शव लटकते देखा। युवती ने नाइलोन की रस्सी के सहारे फांसी लगाई थी। रात को सभी लोग साथ थे, और महिला सो रही थी। ऐसे में आशंका है कि तड़के उसने खुदकुशी की है। उसका शव ग्रामीणों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। इसमें प्रेमिका ने लिखा है कि मेरा सबकुछ जब खत्म हो गया है तो अब जी कर क्या करूंगी? इसलिए आत्महत्या कर रही हूं। युवती ने अपनी कलाई पर प्रेमी का नाम लिखा है। साथ ही सुसाइड नोट में परिजनों से माफी मांगी है। प्रेमी का जिक्र करते हुए युवती ने लिखा है कि जिसमें मेरी सांस बसती थी और वह ही मुझे छोड़कर चला गया तो अब मैं सिर्फ ये शरीर लेकर क्या करती। परिजनों ने मुझे समझाया, लेकिन मैं नहीं समझी। क्या करूं मेरा सबकुछ खत्म हो गया है। वह नहीं तो कोई नहीं। मैं बहुत जगह देखी, वह कहीं नहीं मिला। अब कभी नहीं आएगा। इसलिए मुझे ही जाना पड़ेगा।
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