Suicide Case : विदेशी युवती ने क्यों किया सुसाइड, अब तक वजह नहीं ढूंढ पाई पुलिस

रायपुर। पंडरी थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व टैटू आर्टिस्ट किर्गिस्तान की युवती के सुसाइड मामले ( suicide case ) में पुलिस अब तक खुदकुशी के कारणों का पता नहीं लगा पाई है। साथ ही युवती रायपुर में आकर कब से रुकी हुई थी, पुलिस के पास इसकी जानकारी भी नहीं है। वह रायपुर में क्या करने के लिए आई थी। ये भी पुलिस स्पष्ट नहीं कर पा रही है। विदेशी युवती सुसाइड मामले (suicide case ) में पुलिस की जांच पर कई सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है, सोशल मीडिया ( social media )पर दोस्ती होने के बाद इमरान फारूकी के कहने पर किर्गिस्तान में रहने वाली युवती रायपुर आई थी। इमरान ने उसे अपने साथ कुछ दिनों तक साथ रखने के बाद उसे अशोका रतन में किराए का मकान दिलाया था। मकान में शिफ्ट होने के कुछ दिनों बाद ही युवती ने अज्ञात कारणों से इमरान से माफी मांगते हुए घर में बनी रेलिंग में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने इस मामले में पड़ताल करने के बाद कार्रवाई करने का दावा किया था, लेकिन दावों के विपरीत पुलिस( police )ने मामले की जांच बंद कर दी है।
नौकरानी का सुसाइड केस भी अब तक अनसुलझा
गौरतलब है, डेढ़ माह पूर्व पंडरी थाना क्षेत्र ( Pandri police station area )में एक फ्लैट में काम करने वाली युवती की फ्लैट से गिरकर संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर मृतका के परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा किया था। पुलिस इस मामले में भी घर में काम करने वाली युवती की खुदकुशी के कारणों का पता नहीं लगा पाई है।
युवती के आने की जानकारी नहीं
जानकारी के मुताबिक युवती के रायपुर आने की खुद युवती ने या उसके प्रेमी इमरान ने पुलिस को किसी तरह से सूचना नहीं दी थी। ऐसे में सवाल उठता है कि इमरान द्वारा विदेशी युवती का रायपुर आने की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी गई। जानकारी के मुताबिक मृतका विदेशी युवती के आने की जानकारी डीएसबी को भी नहीं दी गई थी। ऐसे में विदेशी युवती के रायपुर आने की क्या वजह हो सकती है? यह पुलिस ( police ) के लिए जांच का विषय है।
खुदकुशी के पहले इमरान को भेजा मैसेज
पुलिस के अनुसार युवती ने खुदकुशी करने से पहले अपने परिजनों के अलावा किसी अन्य को मैसेज भेजने के बजाय इमरान को ही सुसाइड मैसेज क्यों भेजा? इस बात को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। साथ ही युवती ने रशियन भाषा में आठ से दस पेज का एक नोट लिखा है, जिसे पुलिस ने भाषा एक्सपर्ट से ट्रांसलेट कराकर युवती द्वारा लिखे नोट के समझने की बात कही थी। इस मामले में भी पुलिस भाषा एक्सपर्ट से अब तक पत्र को हिंदी ट्रांसलेट नहीं करा पाई है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS