Suicide : बेटे के सिर पर सेहरा बांधने से पहले किसान ने की आत्महत्या

- मिंजाई के बाद धान की पैदावार आधे से भी कम
नारायणपुर । कुकड़ाझोर गांव (Kukdajhor village)के किसान ने सरकारी कर्ज (government loan)की वसूली का नोटिस मिलने के बाद आत्महत्या (suicide)कर ली। 9 एकड़ खेत में महज 75 बोरी धान की फसल होने से परेशान किसान हीरु बढ़ाई ने खेत में कीट नाशक दवाई का सेवन कर अपनी जान दे दी। बेटे की शादी करने की तैयारी के बीच फसल चौपट होने और कर्ज के बोझ तले किसान का सपना टूट गया। मौत के बाद परिवार पर कर्ज की अदायगी का बोझ बढ़ गया है। किसान के बेटे योगेश्वर बढ़ाई का कहना है कि खेत में मिंजाई के बाद धान की पैदावार आधे से भी कम होने के बाद पिताजी बार-बार सरकारी कर्ज और वसूली के नोटिस का जिक्र कर तनाव में थे। फिर खाने के लिए हमें घर भेजकर कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या कर ली। योगेश्वर की कुछ दिनों बाद शादी होने वाली थी। कीटनाशक सेवन करने के बाद उसका घरेलू उपचार करने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई।
किसान पर दवाब था
कुकड़ाझोर के पूर्व सरपंच गेंदराम ने बताया कि, उनके यहां 13 तारीख की। घटना हुई। कर्ज का बोझ बहुत था, किसान के यहां काम करने के लिए कोई नहीं था, खेती किसानी के बूते अपना जीवन गुजर बसर कर रहा था। बेटा की शादी करने का दबाव भी था, खेत में धान भी नहीं हुआ, किसान भारी दबाव में था।
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