आत्महत्या लाइव : सब इंजीनियर युवती ने बचपन के दोस्त को वीडियो काल कर दिखाया खुद को फंदे पर झूलते

बिलासपुर। बिलासपुर से लगे सकरी में जल संसाधन विभाग में सब इंजीनियर युवती ने अपने क्वार्टर में गुरुवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी करने से पहले उसने अपने स्कूल के दोस्त को मोबाइल से वीडियो कॉल कर कहा- दूसरी दुनिया में जा रही, इस नजारे को देखकर युवक सिहर उठा। वह युवती को बार-बार इस तरह से आत्मघाती कदम उठाने के लिए मना करता रहा। लेकिन, वह नहीं मानी और फंदा बनाकर झूल गई। मामला सकरी थाना क्षेत्र के सिंचाई कॉलोनी की है।
मूलत: जांजगीर-चांपा जिले के हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम कैथा की रहने वाली शशि टंडन (30) पुत्री बलिराम टंडन जल संसाधन विभाग के सकरी डिवीजन में सब इंजीनियर के पद पर कार्यरत थीं। वह सकरी स्थित सिंचाई कॉलोनी में अकेली रहती थी। परिवार के सदस्य गृह ग्राम में रहते हैं। गुरुवार की रात करीब 12.8 बजे शशि ने अपने स्कूल के दोस्त विजय कुमार साहू को मोबाइल से वीडियो कॉल की। तब, उसके गले में फंदा बंधा हुआ था। युवती आत्महत्या कर दुनिया से जाने की बात कह रही थी।
विजय कुमार साहू ने पुलिस को बताया कि उसके पिता मध्यप्रदेश के सिंगरौली के कॉलरी एरिया में जॉब करते हैं। शशि के पिता बलिराम भी कॉलरी में काम करते थे। अब वे रिटायर हो गए हैं। घर में माता पिता और 3 भाई में अकेली बहन थी। दोनों परिवार सिंगरौली की एक कॉलोनी में रहते थे। इसके चलते विजय व शशि में दोस्ती थी। स्कूल से ही दोनों साथ पढ़े लिखे हैं। इसलिए वह हर बात विजय से शेयर करती थी। पुलिस ने घटनास्थल से युवती के दो मोबाइल जब्त किए हैं। एडिशनल SP उमेश कश्यप ने बताया कि युवती के मोबाइल को जांच के लिए साइबर सेल भेजा जा रहा है। इसमें युवती के कॉल डिटेल्स खंगालने के बाद परिजन का भी बयान दर्ज किया जाएगा। मोबाइल कॉल डिटेल्स के जरिए सब इंजीनियर के मौत के रहस्य से परदा उठाने की कोशिश करेगी।
विजय उस समय मध्यप्रदेश के सिंगरौली से परिवार समेत मल्हार लौट रहा था। इस दौरान विजय के परिवार वाले भी शशि को आत्मघाती कदम उठाने से मना करते रहे। फिर भी वह नहीं मानी। फोन कटते ही विजय ने उसके परिजन सहित पुलिस को कॉल कर घटना की जानकारी दी। जब तक पुलिस व परिजन सिंचाई कॉलोनी स्थित क्वार्टर पहुंचे, तब तक युवती फंदे से झूल रही थी। उसकी मौत हो चुकी थी। अभी तक की जांच में युवती के खुदकुशी करने के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस की पूछताछ में परिजनों ने बताया कि रात में 8 से 10 बजे के बीच शशि ने उनसे बातचीत की थी। तब उन्हें बिल्कुल नहीं लगा था कि वह किसी तनाव में है। उन्हें शशि के आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम पर भरोसा ही नहीं हो रहा है। बातचीत के दौरान भी वह सामान्य थी। इसके चलते परिजन को कुछ अनहोनी का अंदेशा भी नहीं हुआ।
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