आदमखोर तेंदुए का आतंक : विधायक ने मंत्री से लगाई गुहार, तेंदुए को पकड़ने में असफल वन विभाग, चार जाने ले चुका.. लगातार बढ़ रहा खतरा...

रविकांत सिंह राजपूत-मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सोनहत विधायक गुलाब कमरो इन दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र में तेंदुए के आतंक से परेशान है। विधायक ने तेंदुए को पकड़ने के लिए वन मंत्री से गुहार लगाई, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी तेंदुआ पकड़ में नही आ रहा है। 35 दिन में आदमखोर तेंदुआ 3 लोगो को मौत के घाट उतार चुका है।
उल्लेखनीय है कि, तेंदुए ने 1 मासूम बच्चे को अपना शिकार बनाया। फिर भी वन विभाग के एक्सस्पर्ट इस तेंदुआ को आदमखोर नही मान रहे है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि 35 दिन में 5 शिकार करने वाला तेंदुआ आदमखोर कैसे नही है। भरतपुर विकासखंड में बीते एक माह से आदमखोर तेंदुए का आतंक बरकरार है। अब तक इस आदमखोर तेंदुए ने तीन लोगों की जान ले ली है व एक मासूम को घायल कर दिया। गौवंश को भी मार दिया। मानव जीव पर तेंदुआ का चौथा हमला रविवार शाम को हुआ। तेंदुए ने कुंवारी निवासी रणदमन बैगा को अपना शिकार बनाया और ग्रमीण की मौके पर ही मौत हो गयी।
तेंदुआ पकड़ने के लिए पिंजरे में बांधा बकरा
आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने प्रयास तो कई किये लेकिन कोई प्रयास काम नही आया। पहली मौत के बाद वन विभाग ने पिंजरा लगाया फिर उस पिंजरे में बलि का बकरा बांधा, फिर बलि का मुर्गा तब भी आदमखोर तेंदुआ पकड़ में नही आया। फिर तेंदुए को ट्रेस करने के लिए कैमरे लगाए गए इसके बाद कांकेर से यहां एक्सस्पर्ट की टीम भी पहुंची, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
बच्चे पर भी तेंदुए ने किया हमला
आए दिन कोई न कोई तेंदुए के जबड़ों का शिकार हो रहा है। जिससे ग्रामीण परेशान हैं। 3 जनवरी को एक महिला की मौत तेंदुए के हमले से हुई हैं। वहीं एक बच्चे पर भी तेंदुए ने हमला किया था। ग्रामीणों ने उस बच्चे को तेंदुए से बचा लिया था। लेकिन वन विभाग अब तक आदमखोर तेंदुए को पकड़ने में नाकामयाब रहा है। भरतपुर क्षेत्र के ग्रामीण तेंदुए के डर से न तो जंगल से लकड़ी काटकर ला पा रहे है न चैन की नींद सो रहे है।
कलेक्टर ने की सावधानी बरतने की अपील
कलेक्टर पी.एस. ध्रुव ने कुवारपुर वन परिक्षेत्र का दौरा कर लोगों से भेंट-मुलाकात की। फिर उन्हें तेंदुआ के हमले से बचने के लिए सतर्कता और सावधानी बरतने की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही यह तेंदुआ पकड़ में आ जाएगा। उन्होंने लोगों से जंगल-झाड़ी, सुनसान इलाकों से आते-जाते समय बेहद सावधानी बरतने की समझाईश दी। लेकिन अब अपील से नही काम चलेगा 35 दिन के अंदर 3 की मौत व एक मासूम के घायल होने के बाद अब वन विभाग और प्रशासन को कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
जंगल में लकड़ी बीनते वक्त हुआ पहला हमला
11 दिसंबर- ग्राम तितौली
मृतका फुलझरिया बाई उम्र 65 वर्ष
जंगल मे लकड़ी बीनने गयी थी महिला, तेंदुए का शिकार मौके पर मौत
घर के बाहर खेल रहा मासूम पर दूसरा हमला
23 दिसम्बर- ग्राम छापरटोला
घायल मासूम 8 साल का बच्चा सुरेश
घर के बाहर खेल रहे मासूम को बनाया शिकार, लेकिन बच्चा बच गया
शौच करने गई महिला पर हुआ तीसरा हमला
3 जनवरी- ग्राम सिंगरौली
मृतका उमा बाई उम्र 54 साल
शौच करने गई महिला पर तेंदुए का हमला, मौके पर मौत
गौवंश पर हुआ चौथा हमला
गौवंश की मौत
ग्राम पतवाही में तेंदुए ने की गौवंश की मौत
फसल देखने गए युवक पर पांचवा हमला
15 जनवरी- ग्राम कुंवारी
मृतक रणदमन बैगा उम्र 45 वर्ष
अपने घर के पीछे खेत मे फसल देखने गया था जहाँ तेंदुए ने शिकार बनाया मौके पर मौत
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