गैंगरेप की शिकार 14 साल की बच्ची डर के मारे घर छोड़ यहाँ वहां भटकती फिर रही थी, बच्ची को घर वालों ने भी रखने से किया इनकार, शेल्टर होम में रहने को मजबूर

गैंगरेप की शिकार 14 साल की बच्ची डर के मारे घर छोड़ यहाँ वहां भटकती फिर रही थी, बच्ची को घर वालों ने भी रखने से किया इनकार, शेल्टर होम में रहने को मजबूर
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मानवता का सर शर्म से झुकाने वाली इस घटना में 14 साल की बालिका के साथ पहले 3 युवकों ने गैंगरेप किया फिर डरा धमका कर रायपुर से भागने को मजबूर कर दिया, हद तब हो गयी जब घरवालों ने भी बच्ची को रखने से मना कर दिया। पढ़िए पूरी खबर।

रायपुर। गैंगरेप की घटना का शिकार हुई 14 साल की लड़की का साथ अब उसके घर वाले ही नहीं दे रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस जब बच्ची को उसके घर ले गई तो उसके परिजन ने उसे घर में रखने से इनकार कर दिया। फिलहाल, पिछले कुछ दिनों से बच्ची रायपुर के एक शेल्टर होम में रहने को मजबूर है। पुलिस और कुछ सामाजिक संस्थाएं घरवालों की काउंसिलिंग कराकर बच्ची की नई जिंदगी दोबारा शुरू करवाने के प्रयास में हैं।

कुछ समय पूर्व खरोरा इलाके की 14 साल की बच्ची से गैंगरेप किया गया। इसके बाद बच्ची डर कर शहर छोड़कर भाग गई। ट्रेन में रेलवे पुलिस ने जब उसे देखा तो पूछताछ की फिर मामला खुला। पुलिस ने सोमवार को 19, 21 और 26 साल के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों बदमाश रायपुर के खरोरा में ही रहते हैं। जानकारी के मुताबिक, 14 साल की बच्ची की दोस्ती उसके घर के पास ही रहने वाले 26 साल के राहुल सेन से थी। राहुल ने बच्ची को मिलने के लिए खरोरा के एक गार्डन में बुलाया था। यहां 21 साल का कुणाल सेन और 19 साल का सुनील धीवर पहले से ही मौजूद था। दोनों राहुल के दोस्त हैं। मौका पाकर तीनों बदमाशों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।

तीनों आरोपियों ने बच्ची के साथ मारपीट भी की और उसे धमकाते हुए कहा कि अगर इस बारे में किसी से कुछ कहा तो उसकी और उसके घर वालों की हत्या कर देंगे। इससे घबराकर बच्ची ने अपने साथ ही वारदात की जानकारी किसी को नहीं दी और खरोरा से भागकर वो रायपुर रेलवे स्टेशन आ गई और यहां से हैदराबाद जा रही ट्रेन में सवार हो गई। ट्रेन जब नागपुर पहुंची तो ट्रेन में अकेली बच्ची को घबराए हुए देख RPF ने पूछताछ की तो बच्ची ने वारदात की जानकारी दी। साथ ही बताया कि उसने सोचा कि दूसरे शहर जाकर मजदूरी करते हुए आगे की जिंदगी बिताएगी। इसके बाद पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित रायपुर भेजा और खरोरा पुलिस को सारी बात बताई। इसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। उनके घर पर छापेमारी की गई लेकिन वो नहीं मिले। सोमवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गुप्त सूचना के बाद पकड़ लिया।


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