बारिश से निखरा छत्तीसगढ़ के दर्जनभर जल प्रपात का सौंदर्य : चित्रकोट और तीरथगढ़ का लौटा शबाब, नौका-विहार पर पाबंदी

बारिश से निखरा छत्तीसगढ़ के दर्जनभर जल प्रपात का सौंदर्य : चित्रकोट और तीरथगढ़ का लौटा शबाब, नौका-विहार पर पाबंदी
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रायपुर के पास जतमाई घटारानी, अलग खब मैनपॉट के टाइगर पाइंट और अमृतधारा जल प्रपात भी लोगों का मन मोह रहे हैं। ओडिशा और बस्तर में मानसून के बाद हुई बारिश से इंद्रावती नदी उफान पर है। पढ़िए पूरी खबर...

जगदलपुर। जगदलपुर से अलग-अलग दिशाओं में लगभग 40 किमी दूर स्थित चित्रकोट और तीरथगढ़ के जलप्रपात का सौंदर्य बारिश आते ही शबाब पर है। जल प्रवाह को देखते हुए चित्रकोट में नौका विहार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब पर्यटक फॉल के नीचे जाकर कुछ दिन नौका विहार का आनंद नहीं ले सकेंगे। वहीं रायपुर के पास जतमाई घटारानी, अलग खब मैनपॉट के टाइगर पाइंट और अमृतधारा जल प्रपात भी लोगों का मन मोह रहे हैं। ओडिशा और बस्तर में मानसून के बाद हुई बारिश से इंद्रावती नदी उफान पर है, जो चित्रकोट वाटरफाल में तेज आवेग से गर्जना करती | हुई गिर रही है। बारिश की फुहारों के बीच सूर्य किरण जब चित्रकोट जलप्रपात पर पड़ता है, उस दौरान इंद्रधनुषी छटा से सुंदरता बढ़ जाती है। गिरते पानी के वेग ने प्रपात के नीचे जल स्तर को खतरनाक बना दिया है। लिहाजा नौका विहार कुछ दिन के लिए बंद कर दिया गया है।तीरथगढ़ का सौंदर्य बढ़ाइस दृश्य को कैमरे में कैद करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों का भी आना जारी है। जलप्रवाह बढ़ने से नौकायान बंद कर दिया गया है। वहीं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित तीरथगढ़ जलप्रपात में लगभग 300 फीट उपर से गिरती जलधारा को देखने पर्यटक पहुंच रहे हैं। यहां दुधिया जलधारा के गिरने से लोग नहाने का आनंद भी उठा रहे हैं

पहली बारिश में अमृतधारा

बैकुण्ठपुर | हसदेव नदी पर स्थित अमृतधारा जलप्रपात की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं। एमसीबी जिले के ग्राम लाई का यह जलप्रपात बारिश के शुरूआती दौर में ही अपने पूरे शबाब पर है। जलप्रपात की अनुपम छटा काफी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर खींच रही है।


टाइगर पॉइंट के मनमोहक नजारे

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से प्रसिद्ध मैनपाट में देखने के लिए हरे भरे जंगल और एक जलप्रपात है, जो महादेव मुदा नदी में स्थित है। टाइगर पॉइंट जलप्रपात के नीचे जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गई हैं। यह सुंदर जलप्रपात 80 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है। झरने के नीचे जाना भी संभव है।


जतमाई - घटारानी एवं चिंगरापगार में पुलिस तैनात

गरियाबंद। बारिश होने के बाद के गरियाबंद जतमाई - घटारानी एवं चिंगरापगार वाटरफाल पूरे शबाब पर आ चुके है। जिसकी खूबसूरती निहारने सैलानियों की भीड़ भी पहुंचने लगी है। सैलानियों की सुरक्षा के लिए गरियाबंद पुलिस ने सभी टूरिस्ट स्थलों में पुलिस जवानों की तैनाती की है।



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