VIDEO: गांव के ही लड़कों ने किया था छात्र का अपहरण : ट्यूशन से लौट रहे छात्र के अपहर्ताओं को पुलिस ने चंद घंटे में पकड़ा, छात्र सकुशल बरामद

बिलासपुर। बिलासपुर में 9वीं के छात्र के अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने दो घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया है। अपहरण की इस साजिश में सात युवक शामिल थे, जिनमें से तीन छात्र के गांव के ही हैं। रुपयों की लालच में उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्र का अपहरण किया था। आरोपियों ने मंगलवार सुबह ट्यूशन से घर लौट रहे 15 साल के छात्र हिमालय पांडेय का अपहरण कर लिया था।
पुलिस के मुताबिक तखतपुर निवासी शशिकांत पांडेय का 15 साल का बेटा हिमालया पांडेय 9वीं का छात्र है। रोज की तरह सुबह 10 बजे ट्यूशन के लिए निकलता था। ट्यूशन से रोज 11:30 बजे घर वापस आ जाता था। लेकिन मंगलवार को घर नहीं लौटा। परिजन ने सोचा कि दोस्तों के साथ कहीं घूमने चला गया होगा। लेकिन जब शाम 4 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो परेशान परिजन ट्यूशन टीचर अरविंद तिवारी के घर पहुंचे। उन्होंने ट्यूशन से हिमालय के घर न आने की बात कही। इसी बीच शशिकांत के मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने उनके बेटे का अपहरण करने और 10 लाख रुपए फिरौती की मांग की।
CCTV फुटेज से मिली मदद
अपहृत छात्र के पिता शशिकांत के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम न देने पर हिमालया को जान से मारने की धमकी भी दी थी। शशिकांत ने तत्काल इसकी सूचना SP दीपक झा को दी। अपहरण व फिरौती का मामला सामने आते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई। CCTV फुटेज की जांच और साइबर सेल की मदद से अपहर्ताओं का लोकेशन ट्रेस किया गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने छात्र को सुरक्षित बरामद कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से फिरौती की मांग के लिए यूज किए गए सिम कार्ड, मोबाइल, बाइक एवं चाकू सहित अन्य सामान बरामद किया।
फिरौती काल करने वाले की आवाज पहचान में आई
पुलिस के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने छात्र को सकरी क्षेत्र के सैदा गांव में एक सुनसान जगह पर निर्माणाधीन मकान में बंधक बनाकर रखा था। अपहरणकर्ता पुलिस को गुमराह करने के लिए शशिकांत के फोन पर कॉन्फ्रेंस कॉल कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि फिरौती की मांग के बाद दोबारा जब शशिकांत के मोबाइल पर कॉल आया तो हिमालया की मां ने बात की। उन्होंने बात करने वाले युवक की आवाज को पहचान लिया और इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि शक के आधार पर जरहागांव के सेमरसल से दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सख्ती बरतने पर उन्होंने अपहरण की बात कबूल कर ली और अपने साथियों के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंची और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
फोन दिलाने के बहाने ले गए थे अपहर्ता
दरअसल, पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की पहचान और उनका पता लगाने के लिए घटनास्थल से लकर विभिन्न रास्तों में लगे CCTV कैमरों की जांच की। तब पुलिस को एक कैमरे में अपहृत छात्र बैग लटकाकर अकेले जाते नजर आया। पुलिस को लग रहा था कि छात्र ने खुद की अपहरण की साजिश रची होगी। पुलिस का मानना था कि अपहरणकर्ता उसे साथ लेकर जाते तब कैमरे में उनकी भी तस्वीरें आतीं, लेकिन जब दो अपहरणकर्ता पकड़ाए, इसके बाद पुलिस को पूरा माजरा समझ में आया। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि 3 अपहरणकर्ता हिमालया के मूल गांव सेमरसल के रहने वाले हैं। उन्हें हिमालया के पिता की आर्थिक स्थिति की जानकारी थी। यही वजह है कि उन्होंने अपहरण के लिए हिमालया को टारगेट किया। सकुशल बरामद हिमालया ने पुलिस को बताया कि उसे फोन दिलाने के बहाने गांव के तीन परिचित बाइक में बैठाकर साथ ले गए थे। थोड़ी दूर जाने के बाद 4 और युवक आए। उन्होंने चाकू दिखा कर धमकाया और उसे अपने साथ ले गए।
ये थे साजिशकर्ता
राममंगल यादव पिता दुर्गा यादव 19 साल निवासी ग्राम सेमरसल, थाना जरहागांव, मुंगेली।
सुरेंद्र रजक उर्फ माली पिता स्व. नर्मदा रजक 23 साल निवासी कुदुदंड, बिलासपुर।
घनश्याम यादव पिता बिसाहू राम यादव 19 साल निवासी वेयरहाउस रोड़ बिलासपुर।
जगदिश पटेल पिता अमृतलाल पटेल 21 साल निवासी ग्राम सेमरसल जरहागांव, मुंगेली।
कान्हा पिता स्व. सुरेश शर्मा 24 साल निवासी सरकंडा, बिलासपुर।
सोमराज पटेल पिता माधुरीलाल पटेल 21 साल निवासी सेमरसल, जरहागांव, मुंगेली व एक नाबालिग। देखिये वीडियो-
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