शहर के अस्पतालों में बैड फिर हो रहे तैयार, क्वारेंटाइन सेंटरों की भी झाड़ी जा रही धूल

रायपुर: प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है। इसके लिए माना के सिविल अस्पताल और जिला अस्पताल पंडरी में ढाई सौ बेड का इंतजाम किया गया है। संदिग्ध मरीजों के लिए फुंडहर के वूमेन हास्टल को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया जाएगा। इसके बाद जरुरत हुई तो आयुष विवि कैंपस में पांच सौ बेड का इंतजाम किया जाएगा।
प्रदेश में कोेरोना की दूसरी लहर कमजोर होने के बाद जून माह में एम्स और मेकाहारा को छोड़कर सारे कोविड सेंटर बंद कर दिया गया। दूसरी लहर के दौरान रायपुर जिले में दर्जनभर कोविड सेंटर लक्षण और बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए बनवाया गया था। पिछले चार दिनों से प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े है जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपनी तैयारी शुरु कर ली है। माना के सिविल अस्पताल में इसके लिए करीब डेढ़ सौ ऑक्सीजन युक्त बेड का इंतजाम किया गया है यहां जरुरत होने पर वेंटिलेटर भी जरुरतमंद मरीजों के लिए मौजूद होगा। इसके साथ जिला अस्पताल में दूसरी लहर खत्म होने के बाद बनाए गए फ्रैबिक वार्ड के साथ आईसीयू मिलाकर सौ बेड का इंतजाम किया गया है। जहां गंभीर मरीजों का भी इलाज आसानी से हो सकता है। दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की अपनी व्यवस्था है। पिछली लहर के दौरान कोरोना के दौरान ऑक्सीजन की समस्या आन खड़ी हुई थी, जिसके देखते हुए मामले कम होने के बाद तमाम अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट का इंतजाम किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रारंभिक तौर में दोनों अस्पतालों में मरीजों को भर्ती किया जाएगा इसके बाद भी अगर और अस्पताल की जरुरत होती है आयुष विश्वविद्यालय कैंपस में कोविड आईसोलेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा फूंडहर के वूमेन हास्टल को क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील किया जाएगा। यहां कोरोना के संदिग्ध और बिना लक्षण वाले मरीजों को रखा जाएगा। इसके अलावा आयुर्वेदिक अस्पताल में अभी सामान्य बीमारी के मरीज भर्ती है अगर बच्चे कोरोना संक्रमित हुए तो तत्काल इसे कोविड वार्ड बना दिया जाएगा।
प्रायवेट अस्पतालों की भी तैयारी
पिछले दिनों सीएमएचओ ने निजी अस्पताल प्रबंधन की बैठक लेकर उन्हें तीसरी लहर से निपटने के निर्देश दिया था। हास्पिटल बोर्ड के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि तैयारी पूरी है। प्रदेश में तीसरी लहर के दौरान मिले ज्यादातर मरीज लक्षण रहित हैं, इसकी वजह से अस्पताल में ज्यादा मरीज नहीं पहुंच रहे हैं। जल्दी ही स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट में बिस्तरों की जानकारी को साझा कर दिया जाएगा। पिछली बार कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या गंभीर मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में किया गया था।
तैयारी कर रहे
कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए तैयारी की जा रही है, अभी ज्यादातर मरीज होमआईसोलेशन में रहकर अपना इलाज करवा रहे है। मगर माना और जिला अस्पताल में इलाज की तैयारी पूरी है।
-डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ
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