इस जेल में जेलर ही सुरक्षित नहीं : असिस्टेंट जेलर के घर हथियार ले घुसे बदमाश, जान से मारने दी धमकी, एक कुख्यात बदमाश गिरफ्तार

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि आम लोगों तो दूर शासन-प्रशासन के अधिकारी तक सुरक्षित नहीं है। दुर्ग का केंद्रीय जेल परिसर काफी सुरक्षित है। इसके बाद भी यहां आरोपी बेखौफ होकर हथियार लेकर घुस रहे हैं। बदमाशों ने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। लोगों को जान से मारने की धमकी दी और उन्हें न तो कोई देख सका और न पकड़ पाया। मामला पद्मनाभपुर चौकी क्षेत्र का है।
सेंट्रल जेल के असिस्टेंट जेलर के घर घुसे हथियार बंद बदमाश
दरअसल दुर्ग केंद्रीय जेल में पदस्थ असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर बुधवार देर रात कुछ हथियार बंद नकाबपोशों ने हमला कर दिया। उन्होंने साव के घर का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। इस पर परिजनों ने पुलिस को फोन किया। इससे पहले कि पुलिस आती बदमाश वहां से भाग गए। साव के घर की खिड़की के पास एक टूटा हुआ चाकू का टुकड़ा जब्त किया गया है। वहीं असिस्टेंट जेलर का घर जेल परिसर के ही स्टाफ क्वार्टर में है। इसके बावजूद बदमाश बेखौफ होकर हथियार लेकर घुस आए। पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में कुख्यात बदमाश अमित जोश को गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिन पहले ही जेल से छूटा हैं आरोपी
पुलिस ने बताया कि कल देर रात लगभग तीन से साढ़े तीन बजे के बीच जेल परिसर दुर्ग से उनके पास फोन आया था। फोन करने वालों ने बताया कि वो असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर से बोल रहे हैं। वह लोग जेल परिसर दुर्ग एफ-3 में रहते हैं। कुछ लोगों ने उनके घर में हमला कर दिया है। वह लोग घर का दरवाजा और खिड़की तोड़ रहे हैं। बदमाश कह रहे हैं कि वो सभी लोगों को जान से मार देंगे। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। संदेह और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। इनमें से एक आरोपी अमित जोश को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। अभी तक हमला करने का कारण पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि अमित आदतन अपराधी है। वह साल के 11 महीने जेल में ही रहता है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि आरोपियों को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया जाएगा। हमला करने गए आरोपी दो तीन दिन पहले ही जेल से छूटे हैं। आरोपियों के हुलिया और अन्य जानकारी के लिए पुलिस पूछताछ कर रही है।
जेल के सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
केंद्रीय जेल परिसर में हर समय जेल पुलिस की सुरक्षा ड्यूटी रहती है। यहां जेल के बाहर से लेकर जेल के अंदर तक बड़ी संख्या में जेल प्रहरियों की ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में जेल परिसर में हथियार लेकर हमला करने की घटना जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है। कुछ दिन पहले ही जेल प्रहरी के सामने अस्पताल से एक कैदी भाग गया जो कि आज तक पकड़ा नहीं जा सका है।

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