दावे हैं, दावों का क्या...!, पलायन करने को मजबूर हैं मजदूर, प्रवासी मजदूरों से खचाखच भरी इन बसों को भी देखिए सरकार...

दावे हैं, दावों का क्या...!, पलायन करने को मजबूर हैं मजदूर, प्रवासी मजदूरों से खचाखच भरी इन बसों को भी देखिए सरकार...
X
सरकार के दावे हैं, दावों का क्या..., सरकार कहती है कि राज्य में मजदूरों का पलायन लगभग ख़त्म हो गया है. लेकिन प्रवासी मजदूरों से खचाखच भरी इस बस को देख लीजिए. आपको सरकार के दावे खोखले नजर आएंगे. पलायन का सिलसिला लगातार जारी है.

गौरेला पेंड्रा मरवाही. सरकार के दावे हैं, दावों का क्या..., सरकार कहती है कि राज्य में मजदूरों का पलायन लगभग ख़त्म हो गया है. लेकिन प्रवासी मजदूरों से खचाखच भरी इन बसों को भी देख लीजिए. आपको सरकार के दावे खोखले नजर आएंगे. पलायन का सिलसिला लगातार जारी है.

हरिभूमि समाचार पत्र के सहयोगी चैनल inh न्यूज़ के हमारे संवाददाता आकाश पवार ने सर्द रातों में भी पलायन मजदूरों का जायजा लिया. बड़ी बसों में सैकड़ों मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. मजदूरों से बातचीत करने पर वे बताते नजर आए कि छत्तीसगढ़ में उन्हें काम नहीं मिलता, इसलिए पेट पालने बाहर जाना पड़ता है. कुछ मजदूर बस में बैठकर इलाहाबाद जा रहे थे. कुछ मजदूरों ने बताया कि वे यूपी के लखनऊ जा रहे हैं.

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के रास्ते छत्तीसगढ़ के कई जिलों से मजदूरों के पलायन का सिलसिला जारी है. पिछले दो रातों में छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश जाने वाली बसों की जो तस्वीर सामने आई है, वह राज्य सरकार के दावे के बिल्कुल विपरीत है. दुर्ग रायपुर और बिलासपुर से उत्तर प्रदेश जा रही बस खचाखच यात्रियों से भरी हुई है. इसमें बैठे सारे छत्तीसगढ़ के वे मजदूर हैं जो रोजगार की तलाश में उत्तर प्रदेश जा रहे हैं.




Tags

Next Story