पूरक आए तो सिर्फ थ्योरी पेपर की इजाजत, आंतरिक के अंक रहेंगे पूर्ववत

पूरक आए तो सिर्फ थ्योरी पेपर की इजाजत, आंतरिक के अंक रहेंगे पूर्ववत
X
स्नातक स्तर के छात्र यदि थ्योरी पेपर में फेल हो जाते हैं तो वे सिर्फ थ्योरी पेपर ही फिर से दिला सकेंगे। आंतरिक मूल्यांकन में जो अंक उन्हें प्राप्त हुए हैं, उसे बदला नहीं जा सकेगा। आंतरिक मूल्यांकन में छात्रों को जो अंक प्राप्त होंगे, वे ही अंक पूरक परीक्षाओं के दौरान मान्य होंगे। गौरतलब है कि मौजूदा सत्र से पं. रविशंकर शुक्ल विवि ने मूल्यांकन पद्धति में बदलाव किया है। जितने नंबर की परीक्षा होती है, उसके 10 प्रतिशत अंकों का निर्धारण आंतरिक मूल्यांकन के जरिए किया जाएगा। स्नातक स्तर पर यह बदलाव हुआ है।

रायपुर. स्नातक स्तर के छात्र यदि थ्योरी पेपर में फेल हो जाते हैं तो वे सिर्फ थ्योरी पेपर ही फिर से दिला सकेंगे। आंतरिक मूल्यांकन में जो अंक उन्हें प्राप्त हुए हैं, उसे बदला नहीं जा सकेगा। आंतरिक मूल्यांकन में छात्रों को जो अंक प्राप्त होंगे, वे ही अंक पूरक परीक्षाओं के दौरान मान्य होंगे। गौरतलब है कि मौजूदा सत्र से पं. रविशंकर शुक्ल विवि ने मूल्यांकन पद्धति में बदलाव किया है। जितने नंबर की परीक्षा होती है, उसके 10 प्रतिशत अंकों का निर्धारण आंतरिक मूल्यांकन के जरिए किया जाएगा। स्नातक स्तर पर यह बदलाव हुआ है।

इसलिए फैसला

छात्रों को जो 10 प्रतिशत अंक आंतरिक मूल्यांकन के लिए दिए जाएंगे, उनका निर्धारण कक्षा में होने वाले टेस्ट, छात्रों की उपस्थिति के आधार पर होगा। चूंकि पूरक की श्रेणी में आने वाले छात्रों के लिए फिर से इसकी व्यवस्था करना व्यवहारिक रूप से संभव नहीं है, इसलिए पहले मिले अंक ही आगे प्रेषित होंगे। चूंकि इस वर्ष कक्षाएं ऑफलाइन मोड में नहीं लगी हैं, इसलिए क्लास टेस्ट का आयोजन अब तक नहीं किया जा सका है। मौजूदा वर्ष अंक किस आधार पर दिए जाएंगे, इस विषय में रविवि द्वारा गाइडलाइन जारी की जाएगी।

प्रथम वर्ष के लिए : स्नातकोत्तर कक्षाओं में पहले से ही निर्धारित अंकों के असाइनमेंट छात्रों को दिए जाते रहे हैं। मौजूदा सत्र में यह व्यवस्था सिर्फ प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए ही रहेगी। अगले वर्ष प्रथम तथा द्वितीय वर्ष, उसके पश्चात सभी वर्ष के छात्रों के लिए यह सिस्टम लागू होगा।

दोबारा मौका नहीं

आंतरिक मूल्यांकन में जो अंक प्रदान किए जाएंगे, उसमें सुधार का दोबारा मौका नहीं मिलेगा। प्रदान किए गए अंक ही पूरक में भी मान्य होंगे।

- प्रो. गिरीशकांत पांडेय, कुलसचिव, रविवि

परीक्षा के साथ ही होगा मूल्यांकन शुरू

रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विवि की सेमेस्टर परीक्षाएं 15 मार्च से प्रारंभ हो रही हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षाएं प्रारंभ होने के साथ ही मूल्यांकन कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष विवि का शैक्षणिक सत्र कई महीने पीछे चल रहा है। जुलाई से नया सत्र समय पर प्रारंभ किया जा सके, इसलिए विवि प्रशासन परीक्षा, मूल्यांकन और परिणाम संबंधित चीजें तय वक्त पर पूरा करने की कोशिश कर रहा है। दिसंबर 2020 में आयोजित होने वाली सेमेस्टर परीक्षाएं मार्च में ली जा रही हैं।

कुछ माह बाद छात्रों को पुन: सेमेस्टर परीक्षाएं दिलानी होंगी। उससे पूर्व मार्च में होने जा रही सेमेस्टर परीक्षाओं के नतीजे रविवि द्वारा घोषित कर दिए जाएंगे। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, ताकि उन्हें अगले शैक्षणिक सत्र में किसी अन्य कोर्स में प्रवेश के लिए दिक्कतें ना आएं। सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए महाविद्यालयों को सेनिटाइजेशन सहित दूसरे दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

Tags

Next Story