नशे में हिलता-डुलता पहुंचा पटवारी : किसी के धान को तुअर लिखा तो किसी की फसल मक्का दर्ज कर दिया

नशे में हिलता-डुलता पहुंचा पटवारी : किसी के धान को तुअर लिखा तो किसी की फसल मक्का दर्ज कर दिया
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ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी ने आते ही किसान रामचरण से बोहनी के नाम से 5 हजार रुपए की मांग की। इस पर रामचरण ने 500 रुपए दिए। रुपए लेने के बाद पटवारी ने एक प्लॉट को गिरदावरी में दुरुस्त किया। इसके बाद नदी किनारे रकसगंडा में शराब पीने पहुंच गया। फिर क्या हुआ पढ़िये शराबी पटवारी की पूरी कहानी...

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारी भी शराब से परहेज नहीं करते। सूरजपुर में एक पटवारी शराब के नशे में धुत सपड़ाया है। बताया जा रहा है कि जब भी क्षेत्र के किसान उसके पास पहुंचते पटवारी साहब नशे में हिलते डुलते ही मिलते। मुख्यालय को तो मानों उन्होंने भुला ही दिया था। तमाम मिन्नतों के बाद पटवारी गांव पहुंचा तो वहां नदी किनारे शराब पीने बैठ गया। नशे में इतना धुत हो गया कि लोग किसी तरह पकड़ कर लाए, तो गिरदावरी में धान की जगह दूसरी फसल लिख दी। मामला प्रशासन तक पहुंचा तो उसे सस्पेंड कर दिया गया है।

सरगुजा में ओड़गी ब्लाक के बिहारपुर चांदनी के ग्राम कोल्हुआ, महुली, रसोकी, खोखिर का पटवारी ऋतुराज सिंह है। ग्रामीणों का कहना है कि वह हमेशा नशे में रहता। इसके चलते उसने धान के रकबे में कई जगह गड़बड़ कर दी। बुधवार को धान पंजीयन के लिए आखिरी तारीख थी। ऐसे में किसान रकबा सुधरवानी के लिए पटवारी के पास पहुंच गए। तमाम मिन्नतों के बाद ऋतुराज गांव आने के लिए तैयार हुआ। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि उसके बाद उनकी समस्या दूर हो जाएगी।

किसान से पांच सौ रुपये लेकर दारू पीने चला गया

ग्रामीणों का आरोप है कि आते ही उसने किसान रामचरण से बोहनी के नाम से 5 हजार रुपए की मांग की। इस पर रामचरण ने 500 रुपए दिए। रुपए लेने के बाद पटवारी ने एक प्लॉट को गिरदावरी में दुरुस्त किया। इसके बाद नदी किनारे रकसगंडा में शराब पीने पहुंच गया। ग्रामीण फिर उसके पास पहुंचे। उससे मिन्नतें करते रहे, लेकिन पटवारी इतना नशे में था कि चल नहीं पा रहा था। इस पर उसे गाड़ी में बिठाकर लाए। बिहारपुर के महुली, कोल्हुआ, खोहिर, रसौकी सहित आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव के करीब 200 किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल लगाई है। शासन के आदेश पर पटवारी को इसका निरीक्षण करने के लिए गांव में जाना था, लेकिन उसने ऐसा किया ही नहीं। बल्कि घर बैठे हल्का पटवारी ऋतुराज सिंह ने गिरदावरी में अपने मन से अन्य फसल चढ़ा दी। किसानों का कहना है कि अब वे धान बेचने से वंचित रह जाएंगे। उन्हें लाभ नहीं मिलेगा।

किसान का कर दिया बड़ा नुकसान

गांव के किसान रामचरण ने बताया कि पिछले साल उसने 90 क्विंटल धान बेचा था, इस बार 11 क्विंटल ही बेच पाएगा। पटवारी ने गिरदावरी में तुअर की फसल बता दी है। इसी तरह नवगई गांव के किसान राममनुज जायसवाल के धान को मक्का अंकित कर दिया। फिलहाल SDM प्रकाश राजपूत ने पटवारी ऋतुराज सिंह को सस्पेंड कर दिया है। कहा कि वहीं जिन किसानों का गिरदावरी सही नहीं हुआ है, वे तहसीलदार से मिलकर समस्या दूर करा लें। देखिये वीडियो-


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