स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान से सियासत फिर हुई गर्म, चुनाव से पहले मुझे लेना पड़ेगा कोई न कोई फैसला

रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान से सियासत फिर एक बार गर्म हो गई है। टीएस सिंहदेव ने कहा था कि चुनाव के पहले मुझे अपने भविष्य को लेकर कोई ना कोई फैसला लेना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा, मैं कार्यकर्ताओं से बात करके ही कुछ फैसला लूंगा। उनके बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा, उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। इधर नेता प्रतिपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार पर तंज कसा है।
टीएस सिंहदेव ने कहा, चुनाव आने तक अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेंगे। अभी कुछ सोचा नहीं है। इसके बाद नई जवाबदेही के संबंध में मजाकिया लहजे में कहा, नई जिम्मेदारी की बात हो रही है या रिटायरमेंट की। प्रदेश के 20 हजार गांवों में सड़क नहीं है, इनमें दूरदराज के सवा सौ गांव भी शामिल हैं। टीएस सिंहदेव इससे पहले पंचायत विभाग ही संभाल रहे थे। ऐसे में अपनी नई जिम्मेदारी और गांवों में सड़क ना होने की बात कहकर उन्होंने सीधा सरकार पर निशाना साधा है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में सिंहदेव कांग्रेस के घोषणापत्र समिति के अध्य़क्ष थे। चुनाव जीतने और फिर भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी के अंदर कई बार उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने से वंचित रखा गया। ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के बाद तो उनके और मुख्यमंत्री के बीच दूरियां और बढ़ीं। ऐसे में अब चुनाव से पहले कोई बड़ा फैसला लेने की बात कहना कहीं ना कहीं आने वाले समय में उनकी नाराजगी को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री बोले- उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा
सिंहदेव के इस बयान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, सिंहदेव ने कहा है कि चुनाव लड़ने के बारे में भविष्य में फैसला लूंगा। कार्यकर्ताओं से पूछ कर निर्णय लूंगा। उसे आप लोग जबरदस्ती घुमा रहे हैं। सभी कार्यकर्ताओं से पूछकर चुनाव लड़ने का निर्णय लेते हैं। मैं भी चुनाव लडूंगा तो कार्यकर्ताओं से पूछकर लडूंगा, इसमें उन्होंने गलत क्या कहा है। नारायण चंदेल ने सिंहदेव के समर्थन में बयान दिया और कहा, सीएम एकला चलो की नीति पर काम कर रहे हैं। चंदेल के इस बयान पर चुटकी लेते हुए भूपेश बघेल ने कहा, क्या नारायण चंदेल को भी बयान देने का मौका मिल गया है।
सिंहदेव एकला चलो की नीति से व्यथित -चंदेल
टीएस सिंहदेव के बयान पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने तंज कसते हुए कहा, टीएस सिंहदेव ने व्यथित होकर सरकार के खिलाफ बयान दिया। ये इस बात का संकेत है कि छत्तीसगढ़ में एकला चलो की नीति चल रही है। सरकार में कोई टीम वर्क नहीं है। इससे पहले भी सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कामकाज की आलोचना की है। सिंहदेव घोषणापत्र समिति के संयोजक थे। जनता उनसे वादों को पूरा नहीं करने का सवाल उठा रही है। इससे व्यथित होकर उन्होंने ऐसा बयान दिया है। ये बताता है कि कांग्रेस के भीतर क्या चल रहा है।
पंचायत विभाग से दिया था इस्तीफा
टीएस सिंहदेव ने इससे पहले पंचायत मंत्री के पद से इस्तीफा दिया, इस दौरान उन्होंने कहा, धैर्य की परीक्षा ली जा रही है। पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की है। फिलहाल कांग्रेस में ही रहेंगे, लेकिन जीवन में कई निर्णय लेने पड़ते हैं। उन्होंने सीएम को लिखे पत्र में विभाग के कामकाज को रोकने का जिक्र किया था।
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