ऑड-ईवन से व्यापारी नाखुश, विधायक की पहल पर कलेक्टर ने कहा-पुनर्विचार करेंगे

ऑड-ईवन से व्यापारी नाखुश, विधायक की पहल पर कलेक्टर ने कहा-पुनर्विचार करेंगे
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लॉकडाउन के दौरान राजधानी में ऑड-ईवन पद्धति से व्यवसाय संचालित करने के निर्णय का व्यापारियों ने विरोध किया है। व्यापारियों ने कहा कि इस फार्मूले से व्यापार करना बहुत मुश्किल है। कलेक्टर के निर्णय से नाखुश व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा से मुलाकात कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया।

लॉकडाउन के दौरान राजधानी में ऑड-ईवन पद्धति से व्यवसाय संचालित करने के निर्णय का व्यापारियों ने विरोध किया है। व्यापारियों ने कहा कि इस फार्मूले से व्यापार करना बहुत मुश्किल है। कलेक्टर के निर्णय से नाखुश व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा से मुलाकात कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया। व्यापारियों की राय जानने के बाद उन्होंने कलेक्टर से इस मुद्दे पर चर्चा की। कलेक्टर ने ऑड-ईवन पर पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया है।

कलेक्टर द्वारा जिले में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते हुए राजधानी के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को कुछ शर्ताें के तहत व्यापार संचालित करने की छूट दी थी। व्यापारियों ने जिला प्रशासन के आदेश के बाद इसका विरोध शुरू कर दिया। व्यापारियों ने अपनी मांगों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऑड-ईवन से कारोबार करना बहुत मुश्किल है। साथ ही जो छोटी-छोटी किराना दुकानें हैं जिन्होंने अपना नाम सुपरबाजार रखा है उन्हें भी व्यापार करने की छूट मिलनी चाहिए।

बड़े ऑटोमोबाइल के शोरूम को भी खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए। श्री शर्मा ने कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन से फोन पर व्यापारियों की मांगों को लेकर चर्चा की। चर्चा के दौरान कलेक्टर ने छोटे सुपर बाजारों को खोलने की सहमति दी है। उन्होंने ऑड-ईवन पर पुनर्विचार करने का आश्वासन भी दिया है। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस महामंत्री व व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल, राजेंद्र तिवारी अध्यक्ष खादी बोर्ड, व्यापारी एकता पैनल के योगेश अग्रवाल, राजेश वासवानी, हरख मालू, वासु जोतवानी, प्रकाश लालवानी, राजू तारवानी, सुदेश मंधान, किशोर आहूजा सहित कई व्यापारी उपस्थित थे।

तीन-तीन दिन बाजार खोलने का प्रस्ताव

व्यापारियों ने प्रस्ताव रखा कि कुछ बाजारों को सप्ताह में अलग-अलग दिन खोलने की अनुमति दी जाए। कुछ बाजारों को हफ्ते में 3 दिन खोला जाना चाहिए इससे एक जगह भीड़ भी एकत्रित नहीं होगी। व्यापारियों में प्रतिस्पर्धा भी नहीं होगी और सुगमता से व्यापार चलेगा।

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