महिलाओं का अनोखा प्रदर्शन : अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रही महिलाओं का टूटा सब्र, सिद्धिविनायक गणेश मंदिर तक लेट-लेटकर जताया विरोध

महिलाओं का अनोखा प्रदर्शन : अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रही महिलाओं का टूटा सब्र, सिद्धिविनायक गणेश मंदिर तक लेट-लेटकर जताया विरोध
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दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियां लगातार 52 दिन से राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल में धरने पर बैठी है। ये सभी अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही है। पहले भी इन महिलाओं ने आंदोलन के दौरान सरकार का विरोध जताते हुए कई प्रयास किए हैं। अब इनके सब्र का बांध टूट चूका है। पढ़िए पूरी खबर..

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत महिलाएं शुक्रवार को अनोखे तरीके से धरना प्रदर्शन कर रही है। आंदोलनकारी महिलाएं आज धरना स्थल से सिद्धिविनायक गणेश मंदिर तक लेट-लेटकर प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान आंदोलनकारियों ने कहा कि अब हमारी सरकार से सारी उम्मीदें टूट चुकी, अब हमें सिर्फ भगवान पर भरोसा है।

52 दिनों से धरना जारी

उल्लेखनीय है कि, दिवंगत शिक्षाकर्मियों की पत्नियां लगातार 52 दिन से राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल में धरने पर बैठी है। ये सभी अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही है। पहले भी इन महिलाओं ने आंदोलन के दौरान सरकार का विरोध जताते हुए कई प्रयास किए हैं। अब इनके सब्र का बांध टूट चूका है। पिछली बार भी इन्होंने जल समाधि लेने की बात कही थी। इन महिलाएं बूढ़ा तालाब में छलांग लगा कर कहा था कि, अब जीकर कोई फायदा नहीं। पानी में जल समाधी ले लेंगीं। ऐसा करने से पुलिस ने इन्हें रोका। काफी देर तक बूढ़ातालाब के किनारे विरोध और बवाल होता रहा।

बड़े आंदोलन की कही थी बात

दरअसल धरना स्थल पर धरना दे रहीं महिलाएं अनुकम्पा नियुक्ति की मांग कर रही हैं। ये वो महिलाएं हैं जिनके पति पंचायत स्तर के स्कूलों में पढ़ा रहे थे। किसी की हादसे में मौत हो गई तो किसी को बीमारी ने छीन लिया। अब इन महिलाओं का कहना है कि पति की जगह सरकारी नौकरी दी जाए, लेकिन अफसरों ने इन्हें अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी है। इस वजह से तंग आकर महिलाओं ने जल समाधी लेने का प्रयास किया। पुलिस ने जैसे-तैसे इन्हें समझाकर वापस धरना स्थल भेजा। महिलाओं ने कहा कि, आने वाले दिनों में इनकी मांग पूरी नहीं होती तो और बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगी। इसी के चलते यह महिलाएं इस आंदोलन के लिए मजबूर हैं। देखें वीडियो..



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