बेमौसम बारिश बनी आफत : तेज हवाओं के कारण 33 केव्ही तार पर गिरा विशालकाय पेड़, 15 घंटे बिजली रही गुल, घरों से उड़े सीट, फसल भी बर्बाद

बेमौसम बारिश बनी आफत : तेज हवाओं के कारण 33 केव्ही तार पर गिरा विशालकाय पेड़, 15 घंटे बिजली रही गुल, घरों से उड़े सीट, फसल भी बर्बाद
X
बेमौसम बरसात और तेज हवा से कई विशालकाय पेड़ धराशायी हो गए। पेड़ गिरने से घर सहित बिजली चलते सीमेंट सीट घरों से उड़ गए। इससे क्षेत्र के कई ग्रामीणों को क्षति हुई है। पढ़िए पूरी खबर...

आशीष कुमार गुप्ता/अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली में ज्यादा प्रभावित हुआ, जबकि तेज हवा के बेमौसम बरसात और तेज हवा से कई विशालकाय पेड़ धराशायी हो गए। पेड़ गिरने से घर सहित बिजली चलते सीमेंट सीट घरों से उड़ गए। इससे क्षेत्र के कई ग्रामीणों को क्षति हुई है। वहीं गेहूँ की फसल भी बर्बाद हुई है।

बताया जा रहा है कि, शुक्रवार को 33 केव्ही तार में विशालकाय पेड़ जुनापारा मंगारी में गिर गया। इससे विधुत व्यवस्था चरमरा गई और बतौली नगर सहित 54 गांव में कल शाम 4 बजे से शनिवार सुबह 7 बजे तक पूरे 15 घंटे बिजली गुल रही। इससे आम लोगों को पेयजल के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा।

बड़ी मशक्कत के बाद बिजली आपूर्ति सही हुई

बतौली सहित 54 ग्रामों में बिजली नहीं होने की सूचना पर बिजली विभाग के जिला अधिकारी आरपी सिंह के निर्देश पर बतौली जेई प्रमोद सेठ कल देर रात अपनी टीम के साथ 33 केव्ही तार पर गिरे विशालकाय पेड़ को रात भर में कटवाकर विधुत व्यवस्था में सुधार किया। इसके बाद पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सुचारु रूप से चालू की गई।

उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति नाराजगी

गौरतलब है कि, बतौली क्षेत्र में जब भी बारिश के साथ हवा चली है, बिजली विभाग की लचर व्यवस्था शुरू हो जाती है। विद्युत सुधार कार्य का हवाला देकर क्षेत्र में घंटों बिजली आपूर्ति बंद रहती है। इससे लोगों को बैंक, अस्पताल सहित दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और जो उद्योग-धंधे कर्ज लेकर बिजली सेवा पर निर्भर हैं, उन्हें रोजीरोटी की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो क्षेत्रवासियों के लिए बिजली विभाग की लचर व्यवस्था गंभीर समस्या बन जाती है। इसको लेकर उपभोक्ताओं में बिजली विभाग के प्रति नाराजगी है।

जल्द की जाएगी क्षतिपूर्ति

बतौली के तहसीलदार आईसी यादव ने बताया कि बेमौसम बरसात और तेज हवा से घरों में लगे सीमेंट सीट के छज्जे की क्षति हूई है। इसका संबंधित आरआई और पटवारी की ओर से आकलन किया जा रहा है, जिनका क्षति हुई है, उन्हें क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

Tags

Next Story