UPDATE : सीएम भूपेश बघेल बोले- लखनऊ में धारा 144, तो पीएम का कार्यक्रम क्यों हुआ?

UPDATE : सीएम भूपेश बघेल बोले- लखनऊ में धारा 144, तो पीएम का कार्यक्रम क्यों हुआ?
X
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि एयरपोर्ट के भीतर धरने पर बैठने का उनका पहला अनुभव है। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल, धारा 144 हटाई ही जाएगी, तब हम पीड़ित परिवारों से मिलने जाएंगे। हमारे नेताओं को वहां तक पहुंचने के लिए कोई नहीं रोक सकता। पढ़िए पूरी खबर-

लखनऊ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखीमपुर खीरी के मृतक किसानों के परिवारों से मिलने जा रहे थे। इस बीच उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट में रोक लिया गया है। इसके विरोध में सीएम बघेल लखनऊ एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए हैं। यहां से उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। वे यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि हमारे नेता लखीमपुर तो जाएंगे ही। हमें वहां जाने और पीड़ित परिवारों से मिलने से कोई ताकत नहीं रोक सकती। आज नहीं तो, कल धारा 144 हटाई ही जाएगी। तब हम वहां जाएंगे। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि योगी और मोदी सरकार समेत BJP के नेता सत्ता के नशे में चूर हैं। जनता और किसानों को कीड़े-मकोड़े की तरह कुचल रहे हैं। बीजेपी के नेता किसानों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को दिन दहाड़े मार रहे हैं। मंत्री के एक बेटे ने किसानों की हत्या कर दी।

सीएम ने कहा कि एयरपोर्ट में अधिकारी कह रहे हैं कि लखनऊ में भी धारा 144 लगी है, तो फिर लखनऊ में पीएम का प्रोग्राम कैसे हुआ? यहां पीएम कैसे अमृत महोत्सव मना रहे है? दूसरी तरफ किसानों को रौंदा जा रहा है, निर्मम हत्या की जा रही है। हत्यारे खुले में घूम रहे हैं। जो पीड़ितों के आंसू पोछना चाहते हैं, दुख दर्द बाँटने जा रहे हैं, उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मैं ढाई घण्टे से एयरपोर्ट में बैठा। यह मेरा पहला अनुभव है। डीएम से रिक्वेस्ट कर रहा हूँ कि हमारी नेता प्रियंका गांधी से मिलने दिया जाए, कार्यकर्ताओं से मिलने दिया जाए, लेकिन अधिकारी इसकी अनुमति नहीं दे रहे हैं। ढाई घण्टे से एयरपोर्ट में अफसरों और पुलिस वालों के रहमोकरम पर हूँ। क्या लोकतंत्र में अपने नेताओं से मिलना गुनाह है? मैं अपने राजनीतिक जीवन में कई आंदोलन और प्रदर्शन में शामिल हुआ, लेकिन एयरपोर्ट के अंदर धरने पर बैठने का मेरा पहला अनुभव है।

Tags

Next Story