11 दिसंबर से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस, नागपुर से बिलासपुर के बीच 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी

बिलासपुर। देश की छठवीं वंदेभारत एक्सप्रेस बिलासपुर जोन को मिल रही है, जिसकी ओपनिंग 11 दिसम्बर से नागपुर से बिलासपुर के लिए और परिचालन 12 दिसम्बर से बिलासपुर से नागपुर के लिए होगा। यह ट्रेन अन्य ट्रेनों की अपेक्षा विपरीत है, जिसमें गार्ड ट्रेन रवाना होने के पांच मिनट पहले यात्रियों को कोच में सवार होने के लिए अनाउंसमेंट करेंगे। एक बार कोच का दरवाजा बंद होने के बाद सीधे दूसरे स्टेशन में खुलेगा। इसके लिए गार्ड सहित ट्रेन चलाने के लिए एसईसीआर के चालक-परिचालकों को विशेष ट्रेनिंग गाजियाबाद में दी गई है। ट्रेन की रैक देर रात बिलासपुर पहुंच गई है।
वित्तीय वर्ष 2022 के रेल बजट में घोषणा होने के बाद 1 दिसम्बर को बिलासपुर रेल मंडल ने बिलासपुर से नागपुर तक छठवीं वंदेभारत चलाने के लिए टाइमिंग घोषित कर दिया था। इसके लिए विशेष रूप से मैकेनिकल, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, आपरेटिंग सहित अन्य विभागों के सैकड़ों कर्मचारियों को ट्रेनिंग के लिए गाजियाबाद दिल्ली भेजा गया, ताकि ट्रेन का परिचालन और मेंटनेंस का कार्य कर्मचारी सीख सकें। अब तक कोचिंग काम्पलेक्स में पुरानी नीले कोच और एलएचबी कोच के साथ इंजन के मेंटनेंस व सफाई कार्य किए जाते थे।
वंदेभारत एक्सप्रेस दूसरी ट्रेनों की अपेक्षा काफी विपरीत है, जिसके मेंटनेंस कार्य करने के लिए कोचिंग काम्पलेक्स में एक नई पिट लाइन, ओएचई व अन्य कार्य पूरे किए गए हैं। ट्रेनिंग के लिए गाजियाबाद से कर्मचारियों की वापसी होनी शुरु हो गई है। कर्मचारियों का कहना है कि वंदेभारत एक्सप्रेस पूरी कम्प्यूटाईज्ड बेस्ड ट्रेन है, जिसमें वर्तमान की ट्रेनों की तरह कोच और इंजन चेंज करने का कोई झंझट नहीं दिया गया है। 16 कोच वाली चेयरकार वंदेभारत एक्सप्रेस के दरवाजे स्टेशन पहुंचते ही ओपन हो जाएंगे।
गार्ड को विशेष रूप से अलग ट्रेनिंग दी गई है। अब तक अनाउंसमेंट के जरिए यात्रियों को ट्रेन और प्लेटफार्म की जानकारी मिलती थी। विशेष ट्रेनिंग में वंदेभारत एक्सप्रेस में ड्यूटी करने वाले गार्ड ट्रेन रवाना होने के 15 मिनट पहले पहुंचकर चालक से चर्चा करने के बाद पांच मिनट पहले ट्रेन रवाना होने का अनाउंसमेंट करेंगे, ताकि यात्री कोच में सवार हो सके। इसके उपरांत एक मिनट पहले उन्हें सतर्क किया जाएगा, ट्रेन के रवाना होते ही आटोमेटिक कोच के गेट बंद हो जाएंगे, जिसमें लेट पहुंचने वाले यात्रियों के सवार होने का कोई जरिया नहीं होगा।
रात तक पहुंची रैक
मंगलवार की शाम वंदेभारत की रैक को तैयार करने के बाद रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला से बिलासपुर के लिए रवाना किया गया था। यह ट्रेन बल्लारशाह, चांदाफोर्ड सहित अन्य स्टेशन होते हुए बुधवार की रात 10 से 11 बजे के बीच बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन को देखने के लिए जोन और डिवीजन के अधिकारी व कर्मचारी सहित यात्री बड़ी संख्या में मौजूद थे। बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद 16 कोच वाली वंदेभारत की रैक को मेंटनेंस के लिए कोचिंग काम्पलेक्स में रवाना किया गया। गुरुवार की सुबह खाली ट्रेन बिलासपुर से नागपुर के लिए रवाना हो गई, जहां 11 दिसम्बर की दोपहर 14.15 मिनट पर केन्द्र से हरी झंडी दिखाई जाएगी।
क्या होगा अनाउंसमेंट
वंदेभारत एक्सप्रेस में ड्यूटी करने वाले गार्ड अनाउंसमेंट करेंगे कि बिलासपुर से रवाना होकर रायपुर, दुर्ग, गोंदिया होते हुए नागपुर जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस चलने के लिए तैयार है। इसमें सफर करने वाले यात्री तत्काल ट्रेन में सवार होकर अपनी बर्थ में बैठ जाएं अन्यथा ट्रेन रवाना होने के बाद उन्हें सुविधा नहीं मिल सकेगी।
यात्री की समस्या होगी दूर
कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग में वंदेभारत एक्सप्रेस की सारी जानकारी दी गई है। बिलासपुर और नागपुर के बीच चलने वाली देश की छठवीं वंदेभारत एक्सप्रेस के सभी 16 कोच कम्प्यूटराइज्ड होंगे। इसमें प्रति कोच में इंटरकॉम होगा, जिससे अलग-अलग कोच में सवार यात्री एक-दूसरे से चर्चा भी कर सकेंगे। कोच में एक ग्रीन बटन होगा, जिसे दबाने के बाद यात्री सफाई या अन्य किसी तरह की समस्या को बताएंगे, जिसका त्वरित निराकरण किया जाएगा।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS