VandeBharat train : वंदेभारत को टक्कर देगी जनशताब्दी एक्सप्रेस

रायपुर । गोंदिया से रायगढ़ (Gondia to Raigarh)जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस (Janshatabdi Express)अब रफ्तार के मामले में वंदेभारत (Vande Bharat)और तेजस जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों (superfast trains)को टक्कर देगी। रेलवे (Railways)ने ट्रेन के पुराने कोच को हटाकर आधुनिक सुविधा वाले एलएचबी कोच (LHB coaches)में बदल दिया है, जिसे यात्रियों को आरामदायक नई सीट मिल गई है। सामान्य कोच की अधिकतम गति 110-130 किलोमीटर होती है, लेकिन एलएचबी कोच लगने से अब ट्रेन 160 से अधिक की गति में चलने को सक्षम है। फिलहाल यह ट्रेन 110 से 120 के बीच चलेगी, लेकिन भविष्य में रेलवे जनशताब्दी एक्सप्रेस (Jan Shatabdi Express)की रफ्तार बढ़ा सकता है।
एल्यूमिनियम से हुई है इंटीरियर डिजाइन
एलएचबी कोच पुराने कन्वेशनल कोच से काफी अलग है। यह उच्च स्तरीय तकनीक से लैस है। इनमें बेहतर एक्जावर का उपयोग किया गया है। आवाज कम है। कोच स्टेनलेस स्टील से बने हैं। इंटीरियर डिजाइन एल्यूमिनियम से की गई है। यह कोच पहले की तुलना में थोड़े हल्के हैं। इन कोचों में डिस्क ब्रेक कम समय व कम दूरी में अच्छे तरीके से ब्रेक लगा देते हैं। कोच में लगे शाक एक्जावर की वजह से झटकों का अनुभव कम होता है। इसके अलावा एलएचबी डिब्बे में सीबीसी कपलिंग लगाई जाती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि अगर ट्रेन डिरेल होती है, तो कपलिंग के टूटने की आशंका नहीं होती।
हर कोच में बढ़ गए 8 बर्थ
जनशताब्दी में एलएचबी कोच लगाने से अब पहले की तुलना में अधिक यात्री सफर कर सकेंगे। एक कोच में 72 की जगह अब 80 बर्थ रहेगी। स्लीपर कोच की सीट की चौड़ाई अधिक रहेगी। इसी तरह जनरल कोच में भी यात्रियों को बैठने में सुविधा होगी। पहले रात के समय ट्रेन चलने पर स्लीपर कोच के अंदर आवाज ज्यादा आती थी। ऐसा एलएचबी कोच में नहीं होगा। एलएचबी कोच में हाइड्रोलिक सस्पेंशन का प्रयोग किया जाता है। वही दाएं बाएं मूवमेंट के लिए भी सस्पेंशन का प्रयोग किया गया है, जिससे सफर आरामदायक हो जाता है।
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